भोपाल । भारतीय जनता पार्टी ने बालाघाट सीट से कई दावेदारों को दरकिनार कर मंत्री गौरीशंकर बिसेन की बेटी मौसम बिसेन को प्रत्याशी घोषित किया है। दूसरी सीटों की तरह बिसेन भी बगावत पर उतर आए और उन्होंने बेटी से पहले निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है। खुद के नामांकन के पीछे बिसेन ने बेटी की बीमारी को कारण बताया है। अभी तक भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी ने बालाघाट से नामांकन दाखिल नहीं किया है। नामांकन के लिए सिर्फ एक दिन शेष है। ऐसे में बिसेन को उम्मीद है कि पार्टी ऐनवक्त पर बेटी की जगह उन्हें बी-फार्म दे दगी। इधर भाजपा नेतृत्व बिसेन की इस करतूत से बेहद नाराज है। खबर है कि पार्टी किसी अन्य नेता को भी टिकट दे सकती है।
भाजपा ने मप्र के मौजूदा विधायकों में से सिर्फ बिसेन की ही बेटी को टिकट दिया है। बेटी को टिकट दिलाने के लिए वे पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी सक्रिय थे, लेकिन इस बार वे सफल हो गए। बेटी का टिकट मिलने के बाद बिसेन खुद बागी हो गए। पार्टी नेतृत्व ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। खबर है कि पार्टी प्रत्याशी नहीं बदलेगी। यदि मौसम बिसेन चुनाव नहीं लड़ती हैं तो फिर अन्य नेता को बी फार्म देकर चुनाव लड़ाया जाएगा। भाजपा में इस मसले पर गंभीरता से मंथन किया है।  बेटी की बीमारी थी तो फिर बिसेन ने जिद करके टिकट क्यों दिलाया। टिकट मिलने के बाद बेटी  को नामांकन क्यों नहीं भरने दिया और खुद क्या दाखिल किया है।

सोमवार को होगा निर्णय
भाजपा में बालाघाट सीट को लेकर सोमवार को निर्णय होगा। पार्टी नए चेहरे को टिकट दे सकती है। हालांकि भाजपा में एक पक्ष बिसेन को ही टिकट देने की पक्ष में है। जिसको लेकर केेंद्रीय नेत्त्व तैयार नहीं है। क्योंकि बिसेन की इस सियासी चाल को पार्टी के साथ बगावत माना जा रहा है।