भागलपुर जिले के सबौर थाना क्षेत्र के फरका गांव में दबंगों ने दो दिन पहले आपसी विवाद में पीट-पीटकर दलित युवक की जान ले ली। फरका गांव के 11 दबंगों ने महादलित परिवार में घुसकर जुल्म ढहाया। मां के सामने ही बेटे की पीट-पीटकर अधमरा कर दिया, जिसकी इलाज के दौरान पटना में मौत हो गई। बीच-बचाव करने वाली मां संजू देवी को भी पीटा और कपड़े फाड़ दिए।

मृतक की मां संजू देवी ने थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिस पर कार्रवाई करते हुए सबौर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा कि 2 मार्च की देर शाम गांव के रहने वाले दबंग संजीव कुमार, मिथुन कुमार, छोटू कुमार मंडल, मिथिलेश कुमार मंडल, अरविंद कुमार मंडल, कैलाश मंडल, हरे कृष्ण मंडल, पिंटू कुमार मंडल, गिरधारी मंडल, संटुमंडल और विशुनदेव मंडल आदि उसके घर घुस आए। उन लोगों के हाथों में लाठी-डंडा, रॉड और हथियार खरीदे।

घर में घुसकर करने लगे गाली-गलौज, बेटे को पीटा

मृतक की मां ने बताया कि आरोपी घर में घुसते ही गाली-गलौज करने लगे। इस पर 21 साल के पुत्र मनीष कुमार ने कमरे से बाहर निकल सभी को चुप कराने की कोशिश की, लेकिन वे उस उस पर टूट पड़े। लाठी-डंडों से जमकर पिटाई की। मनीष बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा, तब भी मारते रहे। संजू देवी ने बताया, ' मैं बचाने की कोशिश कर रही थी तो दबंगों ने मेरे कपड़े फाड़ दिए। मुझे अर्धनग्न कर पीटा और आपत्तिजनक व्यवहार किया। बहुत देर तक वे मेरे घर में हंगामा करते रहे।'

जान से मारने की धमकी देकर भाग गए आरोपी

संजू देवी के मुताबिक, आसपास के लोग जब आने लगे, तब आरोपी मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी देकर भाग गए। वे अपने बेटे को इलाज के लिए सबौर अस्पताल लाईं, जहां से उसे भागलपुर रेफर कर दिया गया। बेटे की नाजुक स्थिति देखते हुए भागलपुर के डॉक्टर ने भी पटना रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान मनीष की मौत हो गई।

महिला ने लगाई इंसाफ के लिए गुहार

पीड़िता ने बेटे मनीष की जान लेने वाले हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा देने और खुद के साथ हुए अन्याय के खिलाफ इंसाफ मांगने के लिए गुहार लगाई। उधर, सबौर पुलिस ने कैलाश मंडल और मिथिलेश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि अन्य नामजद आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है।