लंका के सीर गेट के पास सोमवार की रात चाय पीने के विवाद में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों व दुकानदारों में मारपीट हो गई। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने दुकानदार समेत दो छात्रों को हिरासत में लेकर शांति भंग की आशंका में उनका चालान कर दिया।

छात्रों ने दिया धरना

इसकी जानकारी मंगलवार की सुबह छात्रों को हुई तो उन्होंने सिंह द्वार बंद कर धरना प्रदर्शन किया। बाद में पुलिसकर्मियों के समझाने पर गेट खोला गया। इस मामले में दोनों पक्षों की ओर बलवा, मारपीट समेत विभिन्न आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

चाय के लिए हुई मारपीट

विश्वविद्यालय के कुछ छात्र राज करीब साढ़े 11 बजे गेट के पास एक दुकान पर चाय पीने पहुंचे थे। इस दौरान चाय विक्रेता दुकान बंद कर घर जाने की तैयारी कर रहा था। छात्रों ने दुकानदार से चाय पिलाने को कहा तो वह दुकान बंद होने का हवाला देकर घर जाने लगा। इस बात से नाराज छात्र उसकी पिटाई करने लगे। शोरगुल सुनकर अगल-बगल के दुकानदार व लोग जुट गए।

देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच मारपीट होने लगी। क्षेत्रीय लोग भारी पडने लगे तो छात्रों में भगदड़ मच गई। इस बीच सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने मौके से दुकानदार विजय यादव व दो छात्रों सुजीत पासवान और मनीष कुमार सिंह को हिरासत में ले लिया। छात्रों को हिरासत में लेने की जानकारी होने पर सुबह बड़ी संख्या में छात्र सिंह द्वार को बंद कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।

छात्रों ने आरोप लगाया कि गेट के पास दुकानदार देर रात शराब बेचते हैं जिससे माहौल खराब होता है। सिंहद्वार बंद होने की जानकारी मिलने पर फोर्स के साथ प्रभारी निरीक्षक लंका अश्वनी पांडेय मौके पर पहुंचे। उन्होंने छात्रों को समझा-बुझाकर किसी तरह प्रदर्शन खत्म कराकर गेट खुलवाया।