भोपाल। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के पीछे भोपाल के दो युवाओं का भी अहम योगदान रहा है।इसरो की अपार सफलता पर अयोध्या नगर निवासी सचिन कुमार मालवीय ने भी इसरो के वैज्ञानिक के रूप में कमाल का योगदान दिया है। इसरो के मिशन चंद्रयान-3 के क्रियान्वयन में उन्होंने सहयोग प्रदान किया।वहीं, अरेरा कॉलोनी निवासी नितिन भारद्वाज ने चंद्रयान-3 की क्रियान्वयन टीम के सदस्य के रूप में अपनी उपयोगिता साबित की।चांद तक अभी केवल अमेरिका, रूस और चीन लैंडर को उतार सके हैं। लैंडर विक्रम के चांद की सतह पर उतरने के साथ ही भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन चुका है, जबकि चांद के दक्षिणी ध्रुव पर जाने वाला भारत पहला देश बन चुका है।भारत ने पहले भी चंद्रयान-2 मिशन के तहत लैंडर उतारने की कोशिश की थी, लेकिन तकनीकी खामी के चलते वो क्रैश हो गया था।