झारखण्ड। देश में बिजली उत्पादन करने वाली कंपनियों के समक्ष कोयला स्टाक की दिक्कत हो गई है। सरकारी सहित प्राइवेट प्लांटों को फ्यूल सप्लाई के तहत कोयला कंपनियों को कोयला सप्लाई किया जा रहा है। विदेशी कोयले के दाम में बढ़ोतरी होने के बाद अब पावर प्‍लांट्स ने कोल इंडिया की कोयला उत्पादन करने वाली कंंपनियों से कोयले की मांग रखी है। ऐसे में बीसीसीएल ने भी अब अधिक मुनाफा कमाने के लिए फ्यूल सप्लाई एग्रीमेंट के तहत पावर प्लांटों को ई ऑक्शन के माध्यम से कोयला देने का विचार किया है। इस तरह का ऑक्शन बीसीसीएल पहली बार हो रहा है।पहले चरण में पांच लाख टन कोयले का ऑफर निकाला जाएगा। इसके लिए बीसीसीएल मुख्यालय ने सभी एरिया को कोयले का स्टाॅक व ऑफर को लेकर डाटा उपलब्ध कराने को कहा है, ताकि जल्द से जल्द ऑफर जारी किया जा सके। बीसीसीएल सेल्स विभाग के अनुसार, जिंदल, अडाणी, नावा सहित कई प्राइवेट पावर प्लांटों ने कोयले के लिए बीसीसीएल से संपर्क किया है। कोयला मंत्रालय का दबाव है कि पावर प्लांटों को कोयले की कमी नहीं हो दी जाए।