झारखंड में पुलिस ने बरियातू थाना क्षेत्र स्थित एदलहातू में हुए दोहरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए अशोक कुमार गुप्ता, धर्मेंद्र कुमार गुप्ता और विजय उरांव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक अशोक कुमार गुप्ता और धर्मेंद्र कुमार गुप्ता ने मुकेश और रोहन को गोली मारी थी, जबकि विजय उरांव ने आरोपितों की बाइक छिपाने में मदद की थी।

सूचना मिलते ही SIT का ऐक्शन

एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि अशोक और धर्मेंद्र घटना को अंजाम देने के बाद फरार चल रहे थे। पुलिस को आरोपितों के बारे में जानकारी मिली, फिर एसआइटी को दोनों आरोपितों के पीछे लगाया गया। पुलिस ने आरोपितों के पास से दो कट्टे और 14 गोलियां बरामद कर ली हैं। पुलिस का कहना है कि जिस हथियार को बरामद किया गया है उसी से मुकेश और रोहन को गोली मारी गई थी। पुलिस दोनों हथियार को जांच के लिए भेजेगी।

क्या थी हत्या की वजह?

पुलिस का कहना है कि मोरहाबादी में मुकेश और अशोक वर्षों से जूस की दुकान चला रहे थे। रजिस्ट्री कार्यालय के पास मुकेश एक और दुकान खोलने का प्रयास कर रहा था, लेकिन अशोक इसका विरोध कर रहा था। मुकेश काफी तेजी से व्यापार कर रहा था और अशोक की स्थिति खराब होती जा रही थी। दुकान लगाने की बात पर ही अशोक और मुकेश में कई बार विवाद हो चुका था। इसकी सूचना लालपुर पुलिस को भी दी गई थी। व्यापार ठप होता देख अशोक और धर्मेंद्र ने मुकेश की हत्या करने की योजना बनाई और घटना को अंजाम दे दिया।

इसलिए मुकेश ने रोकी थी गाड़ी

पुलिस का कहना है कि अशोक और धर्मेंद्र ने घटना के दिन मुकेश को घर जाते समय रुकने का इशारा किया था। आरोपितों के इशारे पर मुकेश रुका, लेकिन सामने आते ही आरोपित गोली चलाने लगे। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपित पहले चान्हो में विजय के घर गए और वहां बुलेट रखकर बिहार भाग निकले। दोनों आरोपितों ने घटना के दिन जो कपड़े पहने थे, पुलिस ने उन्हें बरामद कर लिया है। एसएसपी किशोर कौशल का कहना है पुलिस ने कांड का खुलासा करते हुए तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपितों के खिलाफ कई साक्ष्य मिले हैं। सभी साक्ष्यों को कोर्ट में पेश कर उन्हें सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

70 हजार रुपये में खरीदा थे हथियार

पुलिस का कहना है कि आरोपितों ने घटना को अंजाम देने से पहले औरंगाबाद के हथियार सप्लायर से 70 हजार रुपये में दो कट्टे और गोलियां खरीदी थीं। पुलिस को हथियार सप्लायर का नाम मिल गया है। पुलिस का कहना है कि बिहार पुलिस की मदद से हथियार सप्लायर को गिरफ्तार किया जाएगा।