राम नगररी अयोध्या सोलर सिटी के रूपमें विकसित हो रही है। यहां कलेक्ट्रेट से लेकर अस्पताल तक तक को सौर ऊर्जा से बिजली देने की तैयारी है। नगर निगम क्षेत्र में सोलर ट्री, ई रिक्शा, सोलर बोट, वाटर कियोस्क, हाई मास्ट लाइट सहित सभी सौर ऊर्जा आधारित की जा रही है। पांच साल में पूरी होने वाली इस परियोजना के लिए वर्ष 2023 में 982 किलोवाट सौर ऊर्जा का इंतजाम किया जा रहा है।

प्रदेश के पहले सोलर सिटी के रूप में अयोध्या को विकसित किया जा रहा है। इसके तहत सभी सरकारी भवनों पर सोलर प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। अब तक कलेक्ट्रेट भवन पर 50 किलोवाट, तहसील भवन पर 20 किलोवाट, जिला संयुक्त अस्पताल में 300 किलोवाट, विकास भवन पर 30 किलोवाट, राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय पर पांच किलोवाट, अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी फॉर हैंडीकैप्ड भवन में 110 किलोवाट के सोलर लगाएगए हैं।

इसी तरह नगर निगम प्रशासनिक भवन पर 25, बिजली व पानी के लिए 25, राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज में 25, मुख्य अभियंता भवन 30, कमिश्नर कैंप आफिसर 30, राम कथा म्यूजियम 58, परिवहन निगम आफिसर 25, ट्रेजरी आफिस 30, जिला अदालत 12 रुम पर 35 और जिला अदालत के 24 रूम पर 70, मत्स्य विभाग में 65 किलोवाट का सौर प्लांट लगाया जा चुका है। इसी तरह माध्यमिक स्कूल में 50 और एएनडी एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में 150 एवं आरएमएल यूनिवर्सिटी में 250 मेगावाट सौर प्लांट का कार्य पूरा हो चुका है।

पांच साल में होगा विकास कार्य

अयोध्या में स्मार्ट सोलर लाइट, हेरीटेज हाई मास्ट, रोड क्रासिंग लाइट, सोलर बोट, ई रिक्शा, ई रिक्शा चार्जिंग स्टेशन, सोलर किचन सहित अन्य कार्यों में करीब 40 करोड़ रुपया खर्च किया जाएगा। इसके अलावा कामर्शियल भवनों पर पांच मेगावाट, रूफटॉप योजना में निजी भवनों पर 25 मेगावाट और एक हजार लोगों के लिए सोलर किचन की स्थापना निजी निवेशकों के जरिए कराई जाएगी।

अयोध्या सोलर सिटी में 50 किलोवाट के जरिए 40 से 50 दुकानों को सोलर ऊर्जा से लाइट दी जाएगी। नेडा के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी एसडी दुबे ने बताया कि सोलर सिटी के तहत पर्यटन स्थल, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित अन्य सार्वजनिक स्थल पर सोलर ट्री लगाया जा रहा है। अयोध्या में अब तक 40 सोलर ट्री लगाए गए हैं। इसमें एलईडी लाइटें लगी हैं। मोबाइल और लैपटॉप चार्ज की भी व्यवस्था की गई है। सोलर से चार्जिंग स्टेशन तैयार किया गया है।