प्रयागराज: माफिया अतीक का वकील विजय मिश्रा शनिवार को लखनऊ जेल में बंद उमर से मिलने गया था। इसके बाद वह जूनियर वकीलों के साथ होटल हयात लिगेसी पहुंचा था। अतीक के बेटे उमर से जेल में विजय के मिलने के आधार पर बड़ी साजिश की आशंका जताई जा रही है और उससे जुड़े तथ्यों, साक्ष्यों का पता लगाने के लिए छानबीन तेज की गई है।

पुलिस को यह भी पता चला है कि विजय मिश्रा माफिया मुख्तार अंसारी गैंग के भी संपर्क में आ गया था। उसके मोबाइल से इसके बारे में कुछ इनपुट मिले हैं। सूत्रों का कहना है कि अधिवक्ता विजय अतीक के परिवार की मदद लगातार कर रहा था।

शाइस्ता की मदद कर रहा था विजय

उमेश पाल हत्याकांड में वांछित 50 हजार की इनामी शाइस्ता, अशरफ की बीवी जैनब और डा. अखलाक की बीवी आयशा नूरी का भी सहयोग कर रहा था। विजय ऐसे भी कई लोगों के संपर्क में रहा है, जिसने अतीक के परिवार से नाता तोड़ने की कोशिश की थी, लेकिन बाद में उसको भी मदद के लिए राजी कर लिया गया था।

बताया गया है कि अतीक के वकील की लगतार बदलती भूमिका और गतिविधि का पता चलने पर पुलिस की एक टीम उसके पीछे लग गई थी। शनिवार को पता चला कि विजय अपने कुछ साथियों के साथ लखनऊ जेल में बंद माफिया के बेटे उमर से मिलने के लिए पहुंचा है।

जेल से बाहर निकलने के बाद वह होटल हयात पहुंचा, तभी लखनऊ एसटीएफ ने उसे दबोच लिया था। सूत्रों का यह भी कहना है कि अतीक और मुख्तार गैंग को लेकर विजय कौन सी भूमिका अदा करने वाला था, इसके बारे में भी जांच चल रही है।