जम्मू । सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास भारी हथियारों से लैस दो आतंकवादियों को मार गिराया और घुसपैठ की उनकी कोशिश नाकाम कर दी। इस प्रकार पिछले एक सप्ताह में घुसपैठ की दूसरी बड़ी कोशिश नाकाम कर दी गई है। एक रक्षा प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। प्रवक्ता ने बताया कि शनिवार शाम बालाकोट सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया गया और व्यापक तलाशी अभियान अब भी जारी है। इससे पहले 29 दिसंबर को सेना ने कृष्णाघाटी सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश विफल कर दी थी।
प्रवक्ता ने बताया शाम करीब 7 बजे शनिवार बालाकोट सेक्टर में सीमा पर लगी बाड़ के पास तैनात भारतीय सेना के सतर्क सैनिकों ने दो घुसपैठियों की संदिग्ध गतिविधियां देखीं जो नियंत्रण रेखा पार करने की कोशिश कर रहे थे। सैनिक चौकन्ने हो गये और उन्होंने इलाके पर नजर बनाये रखी। उन्होंने बताया कि करीब पौने आठ बजे घुसपैठ की जुगत में लगे इन आतंकवादियों ने बारूदी सुरंग विस्फोट किया। उन्होंने कहा बाड़ के समीप हमारे सैनिकों ने गतिविधियां देखीं और उनपर गोलियां चलाकर उन्हें उलझाये रखा। गोलीबारी रुकने के बाद हमारे सैनिकों ने उन्हें पकड़ने के लिए घेराबंदी में जरूरी फेरबदल की। 
प्रवक्ता के अनुसार घेराबंदी किए गए क्षेत्र में एक मानवरहित यान और अन्य निगरानी उपकरण की मदद ली गई। उन्होंने कहा रात दो बजे सैनिकों ने तलाशी अभियान शुरू किया। यह तलाशी बहुत सोच-समझकर की गई क्योंकि यह घने जंगल वाली बहुत ही उबड़-खाबड़ जगह है एवं वहां बारूदी सुरंगें भी हैं। उन्होंने कहा तलाशी में अबतक दो शव बरामद किए गए हैं तथा उनके पास से हथियार मैगजीन आदि भी मिले हैं। 
अधिकारियों ने कहा कि उनके पास से दो एके राइफल और एक शक्तिशाली आईईडी सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद मिला है। उन्होंने कहा कि उनके पास से एक मोबाइल फोन भी मिला है। राजौरी जिले में धंगरी गांव पर आतंकवादियों के हमला करने और सात आम नागरिकों की हत्या करने तथा 14 को घायल करने की घटना के महज एक सप्ताह बाद बालाकोट सेक्टर में यह अभियान सफल हुआ है। धंगरी हमले में शामिल आतंकवादियों को ढ़ूढ निकालने के लिए राजौरी के विभिन्न हिस्सों में सघन तलाशी अभियान जारी है। कृष्णा घाटी ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर आर कृष्णन ने कहा कि सेना सीमा पार से घुसपैठ की आशंका के बारे में मिली खुफिया जानकारी के आधार पर हाईअलर्ट पर चल रही है।