मध्य प्रदेश सहित चार राज्यों में विधानसभा चुनाव के राजनीतिक परिदृश्य के बीच आम आदमी पार्टी द्वारा झूठ की राजनीति किस तरह से फैलाई जा रही है इसका जीवंत उदाहरण हाल ही में सामने आया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में इस बात का दावा किया कि मध्य प्रदेश में 2012 से चल रही सामाजिक क्रांति एवं धार्मिक परिदृश्य की सबसे बड़ी योजना “मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना”  की शुरुआत आम आदमी पार्टी के दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के द्वारा प्रारंभ की गई थी । दरअसल दिल्ली के मुख्यमंत्री ने इस बात का दावा किया कि हमने ही इस योजना को सर्वप्रथम प्रारंभ किया और यह हमारी ही योजना है । इस दावे के पीछे का कारण यह था कि हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को हरियाणा में लागू करने का ऐलान किया था। इसी मामले में श्रेय लेने की होड़ में तुरंत प्रभाव से केजरीवाल ने एक्स पर लिखा कि हमने दिल्ली में सबसे पहले देश में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना प्रारंभ की थी। राजनीतिक बयानबाजी के बीच एवं विधानसभा चुनाव के परिदृश्य में जैसे ही अरविंद केजरीवाल ने झूठ बोला, वैसे ही आम आदमी पार्टी के मुखिया पर ताबड़तोड़ हमले प्रारंभ हो गए और उनका झूठ सामने आ गया ‌।

केजरीवाल का दावा और मनोहर लाल खट्टर का जवाब । 

मध्य प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में विधानसभा चुनाव के बीच तीन राज्य आपस में मुख्यमंत्री के रूप में सुर्खियों में अचानक आ गए । परंतु दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का झूठ पूरी तरह से बेनकाब हो गया ।
हरियाणा के सीएम द्वारा योजना शुरू करने को लेकर किए गए ट्वीट के अगले दिन रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस योजना को भाजपा सरकार द्वारा अपनी सरकार की नकल करार दिया। केजरीवाल ने ट्वीट किया - “मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना पूरे देश में अभी तक केवल दिल्ली में चल रही थी। इस योजना को पहली बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने शुरू किया। हमें खुशी है कि बीजेपी हमारी सरकार से सीखकर काम करने की कोशिश कर रही है। खट्टर साहिब! अगर इसके क्रियान्वयन में कोई तकलीफ आए तो पूछ लीजिएगा। हरियाणावासियों की मदद करने में हमें बड़ी खुशी होगी।” इस दावे के बाद अरविंद केजरीवाल को जवाब देते हुए मनोहर लाल खट्टर ने अरविंद केजरीवाल के ट्वीट को झूठ कहा एवं सोशल मीडिया पर जमकर केजरीवाल को झूठा मुख्यमंत्री के रूप लताड़ा। वास्तविकता यह है कि यह योजना सर्वप्रथम मध्यप्रदेश से वर्ष 2012 में प्रारंभ हुई थी ।

जब आप का अस्तित्व नहीं था तब से प्रारंभ है योजना - शिवराज सिंह चौहान 

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा -
अरविंद जी! झूठ के अपने शीशमहल से बाहर निकलिए और आंखे खोलकर देखिए। जब ‘आप’ का अस्तित्व भी नहीं था, तब से मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बुजुर्गों को तीर्थ दर्शन करवा रही है। भाजपा की हमारी सरकार ने 2012 में 'मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना' प्रारंभ की थी और अब तो हम हवाई जहाज से भी यात्राएं करा रहे हैं। अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, मथुरा, अमृतसर, पटना साहिब आदि तीर्थ स्थानों के लिए प्रदेश सरकार रेलवे यात्रा मुफ्त करवाएगी। इसके लिए हमने 60 वर्ष से ऊपर की आयु के लोगों के लिए 'मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना' बनाई है, निश्चित रूप से आपको इस योजना का लाभ उठाना चाहिए।

 वर्ष 2012 में प्रारंभ हुई मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना आखिर है क्या ... 

    मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना अंतर्गत मध्यप्रदेश के वरिष्ठ नागरिक जो 60 वर्ष या अधिक आयु के व्यक्ति (महिलाओं के मामले में 2 वर्ष की छूट) जो आयकर दाता नहीं है, को प्रदेश के बाहर स्थित विभिन्न नाम निर्दिष्ट तीर्थ स्थानों में से एक या दो युग्म स्थानों की यात्रा सुलभ कराने हेतु मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना परिकल्पित की गयी है। मध्यप्रदेश शासन ने जून 2012 में इस योजना का शुभारंभ किया था| इस योजना में प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को देश के चिन्हित तीर्थ स्थल की नि:शुल्क यात्रा कराई जाती है| तीर्थ यात्रियों को विशेष रेल से यात्रा, नाश्‍ता, भोजन एवं शुद्ध पेयजल, तीर्थ स्‍थान पर रुकने की व्यवस्था, जहाँ आवश्यक हो बस से यात्रा व अन्य सुविधाएँ धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग, मध्यप्रदेश शासन से अनुबंधित इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन लिमिटेड (IRCTC), जो कि भारत सरकार का उपक्रम है, के द्वारा उपलब्ध करायी जाती है|