प्रयागराज। सुर्खियों मेंं छाए विवाद के बीच पीसीएस अधिकारी के पति आलोक मौर्या ने मीडिया से कहा है कि वह इस मामले को खत्म करने को तैयार हैं। इसके लिए पत्नी के साथ कोई भी समझौता करने में हिचक नहीं है। बस परिवार नहीं टूटे, यही चाहत हैं।

बेटियों से मिलने के लिए बेकरार हैं आलोक

आलोक ने कहा कि वह अपनी बेटियों से मिलने के लिए बेकरार है। बरेली में तैनात पीसीएस अधिकारी का मकान यहां धूमनगंज में देवघाट झलवा कालोनी में हैं। वाराणसी के चिरईगांव की महिला का विवाह 2010 में आजमगढ़ के आलोक मौर्या से किया गया था। उनकी दो बेटियां हैं। आलोक प्रतापगढ़ जनपद में पंचायती राज विभाग में सफाई कर्मचारी पद पर हैं। इसी बीच 2015 में उनकी पत्नी का चयन पीसीएस में हो गया। इधर दो साल से आलोक और पीसीएस अधिकारी के बीच विवाद बना है।

महिला अधिकारी ने उत्पीड़न का केस दर्ज कराया

दो महीने पहले महिला अधिकारी ने आलोक समेत ससुराल वालों के खिलाफ उत्पीडन का केस दर्ज कराया, जिसकी जांच चल रही है। दोनों की बयानबाजी और आलोक की शिकायतों के चलते मामला मीडिया में भी सुर्खियों में बना हुआ है। पिछले कई दिनों से आलोक ने मोबाइल भी आफ कर रखा है। शनिवार रात मीडिया से बातचीत में आलोक ने कहा कि पत्नी के साथ उनका रिश्ता और नहीं बिगड़े, इसलिए वह सारा विवाद खत्म करने की इच्छुक हैं। पत्नी से वह बात कर समझौता करना चाहते हैं ताकि परिवार में टूटन न हो। वह अपने बच्चों से मिलना चाहते हैं।

कार्रवाई नहीं तो लोकायुक्त शिकायत− अमिताभ ठाकुर

आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने महिला अधिकारी के पति की ओर से प्रसारित की गई वसूली लिस्ट की अब तक जांच नहीं होने पर कड़ी आपत्ति की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी शिकायत में कहा कि उन्होंने महिला अधिकारी के पति की ओर से उपलब्ध कराए गए हस्तलिखित डायरी के पन्नों में की गई एंट्री के आधार पर 21 जून को शिकायत की थी।

इन एंट्री में विभिन्न मदों में और विभिन्न व्यक्तियों के साथ लेनदेन दर्शाया गया है। सारी एंट्री पैसे के लेनदेन से संबंधित है। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि यदि सात दिन में मामले में कार्रवाई नहीं होती है तो उनकी पार्टी इस मामले को लोकायुक्त के समक्ष ले जाएगी।