प्रयागराज: उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की नृशंस हत्याकांड में वांछित चल रही 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन की तलाश में पुलिस के साथ ही अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम भी जुट गई है।

मनी लांड्रिंग केस की जांच कर रही ईडी की टीम को शाइस्ता के खिलाफ भी कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं, जिसके आधार पर उसके बयान को अहम माना गया है। इसके चलते उसकी तलाश फिर से तेज की गई है।

सूत्रों का कहना है कि माफिया अतीक अहमद के खिलाफ दर्ज मनी लांड्रिंग के मुकदमे में ईडी को चार्जशीट भी फाइल करनी है। इसके लिए अतीक और उसके सहयोगियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

जेल में अतीक के बयान पर हो रही जांच

जेल में अतीक का बयान अंकित किया गया था, तब उसने बेनामी संपत्ति, विभिन्न कंपनी, रियल एस्टेट कारोबारी, बिल्डर सहित कई सहयोगियों का नाम लिया था। अतीक के बयान के आधार पर बिल्डर समेत कई के ठिकानों पर छापेमारी करते हुए नकदी, जमीन व कंपनी से जुड़े दस्तावेज, सेलडीड बरामद की गई थी।

दस्तावेजों का विश्लेषण और भौतिक सत्यापन के दौरान अतीक के परिवार व गिरोह से जुड़े कई अन्य की संलिप्तता सामने आई है, जो माफिया की काली कमाई को अलग-अलग तरीके से खपाते थे।

बताया गया है कि विदेश भागने की आशंका पर पुलिस की ओर से शाइस्ता के खिलाफ पहले ही लुक आउट नोटिस जारी किया गया था। अब पुलिस, एसटीएफ के साथ ही ईडी की टीम भी शाइस्ता की तलाश में जुट गई है।