वॉशिंगटन । टाइटैनिक का मलबा देखने गए सभी लोगों की मौत होने की पु‎ष्टि की जा रही है। हालां‎कि समुद्र में गोता लगाने वाली उस पर्यटक पनडुब्बी को अभी भी खोजा जा रहा है जो र‎विवार को लापता हो गई थी। इस लापता पनडुब्बी में एक पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश अरबपति और उनका बेटा समेत 5 लोग सवार हैं। अमेरिकी नौसेना समेत दुनिया भर से बचावदल रविवार को लापता हुई इस पनडुब्बी को खोजने में लगे हैं, लेकिन इसका कोई सुराग नहीं लगा है। गणना के हिसाब से पनडुब्बी में सवार लोगों के पास कुछ ही घंटे का ऑक्सीजन बचा है, लेकिन अब एक रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि शायद ऑक्सीजन होने के बावजूद उसमें सवार सभी लोग पहले ही मर चुके हों। बुधवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक जब इस पनडुब्बी ने डुबकी लगाई थी तब इसमें 96 घंटे का ऑक्सीजन था। लेकिन गोता लगाने के कुछ देर बाद ही पनडुब्बी गायब हो गई और तब से इसका ऑक्सीजन लेवल लगातार घट रहा है। 
माना जा रहा है कि गुरुवार की सुबह 11 या 12 बजे तक ऑक्सीजन पूरी तरह खत्म हो गया होगा। हालांकि रॉयल नेवी के रिटायर्ड अनुभवी डाइवर रे सिंक्लेयर ने दावा किया है कि संभव है कि पनडुब्बी में सवार सभी लोग जहरीली कार्बन डाइऑक्साइड से मर गए हों। इस मामले में मीडिया से बात करते हुए रे सिंक्लेयर ने कहा, इन पनडुब्बियों में बैटरियां होती हैं, जो सीमित समय तक ही चलती हैं। इनमें कार्बनडाइऑक्साइड स्क्रबर होते हैं जो सीओ2 को अवशोषित कर लेती हैं। अगर ये काम न करें तो ऑक्सीजन खत्म होने से पहले ही लोगों का दम घुट सकता है। जहरीली गैस उन्हें पहले ही मार डालेगी। अंदर गैस भरने से उन्हें बहुत जल्दी नींद आ जाएगी और वह धीरे-धीरे मर जाएंगे। सीओ2 को कहीं भी निकलने की जगह नहीं है और मुझे डर है कि वह पहले ही मर चुके होंगे।