मुंबई । निर्वाचन आयोग (ईसी) ने उद्धव ठाकरे गुट को झटका देकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पक्ष को असली शिवसेना बताया। ठाकरे गुट से उसके नाम और तीर-कमान की पहचान भी छिन गई। वहीं सोशल मीडिया पर भी इसका असर देखने को मिला। दरअसल ट्विटर पर उद्धव गुट ने जैसे ही अपनी पार्टी का नाम बदला, वैसे ही उसका ब्लू टिक यानि वेरिफिकेशन भी हट गया।
चुनाव आयोग के फैसले के बाद उद्धव गुट ने ट्विटर हैंडल बदल दिया था। इसके चलते पार्टी का ब्लू टिक छिन गया। इसके अलावा यूटूयब पर भी ठाकरे गुट ने नाम बदल दिया है। ट्विटर पर पार्टी के आधिकारिक मीडिया हैंडल का ब्लू टिक भी होने के बाद हट गया। पार्टी के एक पदाधिकारी के मुताबिक जनता के बीच कन्फ्यूजन न हो इसकारण नाम तुरंत बदला गया।
बता दें कि शिवसेना (उद्धव बालासाहब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने दावा किया कि शिवसेना पार्टी के नाम एवं निशान ‘तीर-धनुष को ‘‘खरीदने के लिए अब तक ‘‘2000 करोड़ रुपए का सौदा हुआ है। हालांकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े के विधायक सदा सर्वांकर ने दावे का खंडन कर सवाल किया, क्या संजय राउत खजांची हैं। राउत ने ट्वीट में दावा किया कि 2000 करोड़ रुपये का शुरुआती आंकड़ा है और यह बात शत-प्रतिशत सच्ची है।