जामा हटिया में रविवार की शाम हेमलाल मुर्मू नामक अधेड़ के द्वारा एक लड़की की मांग में सिंदूर भरने की घटना के बाद वहां एकत्र भीड़ ने हेमलाल की जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद उसे बेलकूपी गांव ले जाया गया। गांव ले जाकर भी उसकी पिटाई की गई।

पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का करना पड़ा सामना

घटना की जानकारी लगने पर जामा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और अधेड़ को ग्रामीणों के कब्जे से मुक्त कराने का काफी प्रयास किया। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस उसे ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त करा पाई। इस दौरान पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिसकर्मी के साथ भी बदसलूकी की। ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त कराने के बाद हेमलाल मुर्मू को पुलिस ने हिरासत में लेकर इलाज के लिए फूलो झानो मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया।

पूछताछ के वक्‍त हेमलाल बार-बार बदलता रहा अपना पता

पुलिस की पूछताछ के दौरान हेमलाल बार-बार अपना पता बदल रहा है। कभी वह खुद को पालोजोरी का रहने वाला बताता है, तो कभी जामा थाना क्षेत्र का निवासी बता रहा है। पुलिस के मुताबिक वह मसालिया थाना क्षेत्र का रहने वाला है। इस घटना को लेकर थाना में कानूनी प्रक्रिया के लिए पीड़िता को थाने में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।

ग्रामीणों ने होमगार्ड के साथ भी की बदसलूकी

पुलिस ने इस मामले में मसलिया के सिमलडंगाल निवासी आरोपित हेमलाल मुर्मू की पिटाई करने के लिए आठ नामजद व 50-60 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस के मुताबिक, इस मामले में होमगार्ड हेमलाल मांझी को भी ग्रामीणों ने बंधक बनाकर बेलकूपी गांव में घेरकर रखा था। उसकी वर्दी फाड़कर मारपीट भी की। बाद में मशक्कत के बाद ग्रामीणों की चंगुल से होमगार्ड के जवान को मुक्त कराया।

मामले की छानबीन में जुटी पुलिस

थाना प्रभारी जितेंद्र साहू ने कहा कि पीड़िता के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं दूसरी ओर पुलिस से दुर्व्यवहार, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, आरोपित को जख्मी करने, पुलिस को बंधक बनाने एवं वर्दी फाड़ देने के मामले में पुलिस ने एसआई सुमित कुमार के बयान पर आशीष मुर्मू सहित आठ नामजद और 50- 60 अन्य पर कांड अंकित कर मामले की छानबीन की जा रही है।