प्रयागराज: उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की हत्या के मामले में पांच-पांच लाख के इनामी शूटरों की गिरफ्तारी के बाद ही चार्जशीट दाखिल होगी। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस की ओर से विवेचना की जा रही है।

इसके साथ ही इस हत्याकांड में कई और नाम बढ़ाए जाने की बात कही जा रही है, जिन पर एससीएसटी एक्ट में भी शिकंजा कसा जाएगा। बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड के मुकदमे में अब तक साजिशकर्ता सदाकत खान, अतीक के बहनाई डा. अखलाक, सजायाफ्ता वकील खान शौलत हनीफ सहित नौ आरोपितों के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है।

हत्या में शामिल शूटर साबिर, अरमान और कुख्यात बमबाज गुड्डू मुस्लिम लगातार फरार चल रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस के साथ ही स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम भी लगी हुई, लेकिन कोई गिरफ्त में नहीं आया है।

आरोपितों को जेल भेजने के बाद फाइल होगी चार्जशीट

पुलिस का कहना है कि नियमानुसार आरोपितों को जेल भेजने के बाद ही संबंधित मुकदमे में चार्जशीट फाइल की जाती है। इसी आधार पर उमेश पाल हत्याकांड में जेल में बंद अभियुक्तों के विरुद्ध आरोप पत्र पेश किया गया है, लेकिन बाकी आरोपित अभी वांछित हैं।

सभी के खिलाफ गोली चलाने, बमबाजी करने के वैज्ञानिक साक्ष्य पहले ही संकलित कर लिया गया है। अब उनकी गिरफ्तारी के बाद ही आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसके साथ ही अतीक की बीवी शाइस्ता, बहन आयशा नूरी और अशरफ की बीवी जैनब फातिमा के खिलाफ भी पकड़े जाने के बाद कार्रवाई होगी।