बिपरजॉय चक्रवाती तूफान का असर पूर्वी राजस्थान में आकर कमजोर जरूर पड़ गया, लेकिन इसका प्रभाव बड़ा पड़ रहा है। भीलवाड़ा के मांडल में सोमवार दोपहर पशु चराने गया एक बच्चा नाड़ी में डूबने से मर गया। जोधपुर में तैराकी रेस में 20 साल के युवक की डूबने से मौत हो गई। उधर, अजमेर में बारिश ने 116 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है। 

मौसम विभाग ने मंगलवार को भी टोंक, अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर,  चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, उदयपुर, सिरोही, बारां, कोटा, बूंदी, झालावाड़, पाली, राजसमंद,  डूंगरपुर, बांसवाड़ा, भरतपुर, करौली, सवाई माधोपुर, धौलपुर समेत 20 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है।

भीलवाड़ा जिले के मांडल में सोमवार दोपहर को पशुओं को चराने गया बच्चा नाडी में डूबने से मौत के शिकार हो गया। सालर माला ( रायला) हाल मुकाम झरना महादेव के पुजारी नारायण वैष्णव का बेटा विकास (11 साल) नाड़ी में डूब गया। ग्रामीण  बाहर निकालकर उसे चिकित्सालय लेकर आए, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। जोधपुर में महामंदिर दूसरी पोल के पास स्थित प्राचीन झालरे में दोस्तों के साथ स्विमिंग की रेस करते वक्त युवक श्रवण  (20 साल) पुत्र बुधाराम डूब गया। पुलिस, सिविल डिफेंस की टीम ने 4 घंटे बाद उसका शव पानी से निकाला।

पाली, सिरोही, राजसमंद, बाड़मेर जिले में बारिश से हालात खराब

पाली, सिरोही, राजसमंद, बाड़मेर जिले में बारिश से हालात अभी भी खराब हैं। जल संसाधन विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटों में प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश पाली के मथाना में 21.2 इंच, सिरोही के शिवगंज में 14 इंच, टोंक के नगरफोर्ट में 12.6 इंच, राजसमंद के गढ़बोर में 15.4 इंच रिकॉर्ड की गई है। सोमवार को टोंक जयपुर सवाई माधोपुर करौली बूंदी समेत आसपास के क्षेत्रों में बारिश हुई। अजमेर में 4 इंच से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। 

अजमेर में जून में बारिश ने 116 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा

अजमेर में पिछले 2 दिन में,  258.8 मिलीमीटर यानी करीब 10 इंच बारिश हुई। जिसने जून में 116 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इससे पहले साल 1917 में 119.3 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई थी। अजमेर के पुष्कर में भी 6 इंच बारिश हुई है। मौसम विभाग ने भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, अजमेर, धौलपुर जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है।

सीएम अशोक गहलोत आज से 2 दिन चक्रवात प्रभावित जिलों के दौरे पर

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 20 और 21 जून को प्रदेश के चक्रवात प्रभावित जिलों के दौरे पर रहेंगे और चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लेंगे। अशोक गहलोत हेलीकॉप्टर से हवाई सर्वे करेंगे और प्रभावित लोगों से मुलाकात भी करेंगे। इस दौरान वह आज बाड़मेर, जालौर, सिरोही और 21 जून को पाली और जोधपुर जिले का हवाई सर्वेक्षण कर प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगे। 

गहलोत ने अपने पूर्व में निर्धारित बूंदी, कोटा, झालावाड़ और दौसा जिले के कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है। जहां गहलोत को महंगाई राहत शिविर, प्रशासन शहरों के संग अभियान में हिस्सा लेना था और कुछ विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास करना प्रस्तावित था। उन कार्यक्रमों की तारीख  बाद में घोषित की जाएगी। बिपरजॉय चक्रवात प्रभावित इलाकों में दौरे के साथ सीएम गहलोत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राजस्थान को विशेष सहायता और पैकेज देने की मांग उठा सकते हैं। चुनाव से पहले आई इस आपदा में राहत को सियासी मुद्दा भी बनाया जा सकता है।

प्रदेश के 56 बांध पानी से लबालब, बीसलपुर में 11 दिन का पानी आया

चक्रवात के कारण प्रदेश के 56 बांध लबालब हो गए हैं। पिछले 3 दिन में हुई बारिश से बांधों में 660.58 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी आया है। 15 जून को केवल 3 बांध ही भरे हुए थे। बड़े बांधों में बीसलपुर में 21 सेंटीमीटर पानी पहुंचा है, जो जयपुर, टोंक और अजमेर की 1 करोड़ से ज्यादा आबादी के लिए 11 दिन का अतिरिक्त पानी उपलब्ध करा पाएगा। बीसलपुर बांध का गेज बीती रात 8 बजे तक 313.04 आरएल मीटर दर्ज किया गया।

इस बार बांधों में पिछले साल के मुकाबले 13.54 परसेंट ज्यादा पानी है। पाली में 28 , सिरोही में 16, अजमेर में 1, जालौर में 5, राजसमंद में 1, उदयपुर में 3 और जयपुर ज़िले में 2 छोटे बांध पानी से भर गए हैं। सबसे ज्यादा बांध पाली और सिरोही में ओवर फ्लो हुए हैं।