रांची। बरियातू की 8.86 एकड़ जमीन हड़पने की कोशिश मामले में ईडी के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ चार्जशीटेड हिलेरियस कच्छप की मंगलवार की रात हृदयगति रुकने से मौत हो गई। सीने में दर्द की शिकायत पर हिलेरियस के स्वजन उसे लेकर रिम्स पहुंचे थे, जहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई। हिलेरियस पहले से बीमार चल रहा था, उसे कई बीमारियां थी। हिलेरियस कच्छप डीएवी बरियातू के समीप श्रेया इंक्लेव रोड का निवासी था।

कारोबारी हिलेरियस कच्छप के खिलाफ भी चार्जशीट हुई थी दाखिल

बरियातू की विवादित जमीन मामले में ईडी ने इसी 30 मार्च को रांची स्थित ईडी की विशेष अदालत में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बड़गाईं अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, हेमंत के दोस्त सह आर्किटेक्ट विनोद सिंह, रैयत राजकुमार पाहन व जमीन कारोबारी हिलेरियस कच्छप पर चार्जशीट दाखिल की थी।

ईडी ने चार्जशीट में दावा किया है कि हिलेरियस कच्छप हेमंत सोरेन के कब्जे वाली 8.86 एकड़ जमीन का सत्यापन कराने में बड़गाईं अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के साथ संलिप्त था। वह हेमंत सोरेन के लिए उक्त जमीन की घेराबंदी के लिए चारदीवारी तैयार करवाने में शामिल था। चारदीवारी के भीतर बने एक कमरे में बिजली का मीटर लगा है। उक्त मीटर पर हिलेरियस कच्छप दिवाकर नगर बरियातू सदर का नाम लिखा हुआ था।

हिलेरियस कच्छप के नाम से बिजली का कनेक्शन लिया गया था

ईडी ने चार्जशीट में दावा किया है कि बरियातू की 8.86 एकड़ जमीन खाली थी। उसपर कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ था। हेमंत सोरेन ने उस जमीन पर अवैध तरीके पहले कब्जा किया। हिलेरियस कच्छप वही व्यक्ति था, जिसने हेमंत सोरेन को सहयोग किया और उस जमीन का स्थानीय मालिक की तरह रहा।

वर्ष 2015 में हेमंत सोरेन की पहल पर उक्त जमीन पर हिलेरियस कच्छप के नाम से बिजली का कनेक्शन लिया गया था। हिलेरियस कच्छप सीधे तौर पर रैयत सह हेमंत के अन्य सहयोगी राजकुमार पाहन के संपर्क में था।