गाजियाबाद । भाजपा में लोकसभा का टिकट बदले जाने के बाद क्षत्रिय समाज के लोगों को साधने पहुंचे राजनाथ सिंह ने भावुक भाषण देकर गाजियाबाद के लोगों का दिल जीतने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद के लोगों का उनके ऊपर बड़ा अहसान है और इस अहसान को वह कभी भूलेंगे नहीं। उन्होंने कहा कि मैं राजनीति में जब तक रहूंगा तब तक गाजियाबाद के लोगों का साथ नहीं छोड़ूंगा।
2009 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर गाजियाबाद के सांसद रह चुके रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने लोकसभा में अपना राजनीतिक सफर गाजियाबाद से शुरू किया था। उस वक्त वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे और संगठन के लोगों ने उन्हें कहा था कि गाजियाबाद लोकसभा सीट हारी हुई सीट है वहां से चुनाव लड़ने की बजाय किसी सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ना बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि हमने इससे इन्कार किया और गाजियाबाद के कार्यकर्ताओं के भरोसे पर इसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर एक लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद और मेरठ क्षेत्र के चुनाव परिणामों का असर पूरे प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश भर में होता है। उन्होंने कहा कि पार्टी के निर्णय पर वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी ने यूपी की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी से चुनाव लड़ा और मुझे लखनऊ भेजा था।
उन्होंने गाजियाबाद के लोगों की सराहना करते हुए कहा कि पार्टी ने वीके सिंह को टिकट दिया तो जनता ने उन्हें 2 बार सांसद बनाकर संसद में भेजा और वीके सिंह ने भी मंत्री पद पर रहते हुए अपने दायित्वों को बेहद खूबसूरती के साथ निभाया है। उन्होंने कहा कि अब एक बार फिर पार्टी को निर्णय लेना पड़ा और अतुल गर्ग को प्रत्याशी बनाकर भेजा गया है। उन्होंने कहा कि अतुल गर्ग अपने पिता और गाजियाबाद के प्रथम महापौर दिनेश गर्ग की राजनीतिक विरासत को संभाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि गाजियाबाद के लोग भाजपा के प्रत्याशी को जिताकर संसद पहुंचाएंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 400 पार के नारे को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव में उन्हें पूरे देश में दौरा करना है लेकिन उन्होंने पहली जनसभा भी अपने लोगों के बीच गाजियाबाद में की है। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम के बाद वह फिर गाजियाबाद आएंगे और भाजपा को जीत दिलाने के लिए अपना सिर झुकाएंगे।