जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने 12 दिनों की रिमांड पूरी होने के बाद एक अन्य आरोपित भानु प्रताप प्रसाद को शनिवार को रांची स्थित पीएमएलए कोर्ट में प्रस्तुत किया। कोर्ट ने भानु प्रताप प्रसाद को न्यायिक हिरासत में होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में भेज दिया है।

भानु प्रताप प्रसाद बड़गाईं अंचल का तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक था, जिसके आवास से 11 ट्रंक में जमीन के मूल दस्तावेज मिले थे। ईडी की जांच में उसपर जमीन के मूल दस्तावेज में हेराफेरी करने, जमीन की प्रकृति बदलने, रैयत किसी और को बना देने सहित कई आरोपों की पुष्टि हो चुकी है।

हेमंत सोरेन-भानू प्रताप के खिलाफ चार्जशीट दायर करेगी ED

ईडी पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ भानु प्रताप प्रसाद पर भी चार्जशीट दाखिल करेगी। उस चार्जशीट में भानु प्रताप प्रसाद के बयान व मिले दस्तावेज को भी ईडी संलग्न करेगी।

पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से संबंधित केस में ईडी ने भानु प्रताप प्रसाद को तीन फरवरी को गिरफ्तार दिखाया था। हालांकि, भानु दूसरे केस में जेल में बंद था, लेकिन इस केस में गिरफ्तार करने के बाद ईडी ने कोर्ट की अनुमति से छह फरवरी को रिमांड पर लिया था और तब से ही पूछताछ कर रही थी।

पूछताछ के क्रम में ही ईडी उसे बरियातू की उस विवादित 8.5 एकड़ जमीन का भौतिक सत्यापन भी कराया था, जहां भानु ने बताया था कि उसने अंचलाधिकारी मनोज कुमार के कहने पर अमीन के माध्यम से जमीन की मापी करवाई थी। इसी जमीन के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी हुई है।