लखनऊ । योगी सरकार अपराध के खात्मे के लिए एक्शन मोड में है। अपने दूसरे कार्यकाल में योगी सरकार की पुलिस यूपी में अबतक 194 अपराधियों को एनकाउंटर में ढेर कर चुकी है। बुधवार को सरकार की तरफ से जारी आंकड़े में बताया गया कि अभियोजन की तरफ से प्रभावी पैरवी करके महज सात महीनों में 19 अपराधियों को फांसी की सजा दिलाई जा चुकी है।
एडीजी अभियोजन दीपेश जुनेजा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एक जुलाई से ऑपरेशन कंविक्शन अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत 25 जनवरी तक महज सात महीने में 17 हजार से अधिक मामलों में 23 हजार से अधिक अपराधियों को उनके गुनाहों की सजा दिलायी जा चुकी है। एडीजी जुनेजा ने बताया कि अभियान के जरिये 25 जनवरी तक 17,657 मामलों में 23,971 अपराधियों को सजा दिलायी गई। इसमें 19 अपराधियों को मृत्युदंड की सजा दिलायी गई। 5 वर्ष से कम की सजा में सबसे अधिक 9,139 अपराधियों को सजा दिलायी गई। 2213 अपराधियों को आजीवन कारावास, 432 अपराधियों को 20 वर्ष या अधिक की सजा, 30 अपराधियों को 15 से 19 वर्ष की सजा, 1405 अपराधियों को 10 से 14 वर्ष की सजा, 2154 अपराधियों को 5 से 9 वर्ष कारावास की सजा दिलायी गई। वहीं 8,579 अपराधियों ने जेल में अपनी सजा काटी। एडीजी ने बताया कि इन अपराधियों को सबसे अधिक पॉक्सो के 1482 मामलों में सजा दिलायी गई है। 
एडीजी के मुताबिक सनसनीखेज हत्या के 844 मामलों, बलात्कार के 260 मामलों, डकैती के 50 मामलों, लूट के 208 मामलों, चोरी के 1001, सेंधमारी के 89 मामलों, अन्य सनसनीखेज अपराध के 1075 मामलों, वाहन चोरी के 116 मामलों और अन्य प्रकरण के 12,532 मामलों में अपराधियों को सजा दिलायी गई। ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत प्रदेश के आठ जिलों और दो कमिश्नरेट पुलिस ने अपराधियों को सजा दिलाने में सबसे अच्छा प्रदशर्न किया। इसमें बाराबंकी पुलिस ने सबसे अधिक 714 अपराधियों को सजा दिलायी जबकि कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर ने 673 अपराधियों, सहारनपुर ने 538 अपराधियों, मुरादाबाद ने 519 अपराधियों, बिजनौर ने 479 अपराधियों, मुजफ्फनगर ने 457 अपराधियों, मेरठ ने 451 अपराधियों, बुलंदशहर ने 441 अपराधियों और कमिश्नरेट आगरा ने 349 अपराधियों को सजा दिलायी।