अयोध्याधाम के लिए दूसरी आस्था स्पेशल ट्रेन सात फरवरी को दुर्ग से रवाना होगी। यह ट्रेन दुर्ग के अलावा रायपुर, उसलापुर व पेंड्रारोड जैसे प्रमुख स्टेशनों में ठहरेगी। लेकिन, यहां से कोई भी भक्त नहीं चढेंगे। दरअसल ट्रेन में पूरे 1340 भक्त दुर्ग के हैं। इन स्टेशनों में पानी भरने या सफाई के लिए रोकी जाएगी। इस दौरान सभी स्टेशनों में आरपीएफ की तैनातगी रहेगी, ताकि कोई इस ट्रेन न चढ़ सके। अयोध्याधाम के लिए चलने वाली आस्था स्पेशल ट्रेनों का परिचालन राज्य सरकार की पहल हो रहा है। इसकी शुरुआत हो चुकी है।

पहली ट्रेन रविवार को दुर्ग से छूटी। इस दौरान दुर्ग के अलावा रायपुर, भाटापारा, उसलापुर और पेंड्रारोड से भक्तों की टोली चढ़ी थी। सभी जगहों पर भक्तों की संख्या तय थी। इस ट्रेन के भक्त सुरक्षित अयोध्या पहुंच भी गए हैं। यह ट्रेन मंगलवार को दुर्ग के लिए रवाना होगी। अब दूसरी स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है। लेकिन, इसमें केवल दुर्ग के भक्त रहेंगे। अन्य शहरों के भक्तों के लिए इस ट्रेन में बुकिंग की सुविधा नहीं है। इसका किराया भी पहली आस्था स्पेशल ट्रेन से अधिक है। जितने भी भक्तों ने पंजीयन कराया है, उनसे प्रति व्यक्ति 1230 रुपये लिया गया है। डिनर व लंच के साथ नाश्ता भी आइआरसीटीसी को देना पड़ रहा है। इसलिए किराया अधिक लिया गया है।

जारी होने वाला पास है खास

आइआरसीटीसी की ओर से यात्रा करने वाले सभी भक्तों को पास जारी किया जाता है। इस पास से यात्रा आसान हो गई है। पास में बुकिंग आइडी के अलावा यात्री का नाम, उम्र, मोबाइल नंबर और ट्रेन के आगमन व प्रस्थान के समय की संपूर्ण जानकारी है। इसके साथ ही कोच व बर्थ नंबर भी दिया गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेन में आइआरसीटीसी के कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई जाती है। पास में उन कर्मचारियों का नाम और मोबाइल नंबर भी रहता है।

इससे की यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत न हो। पास की दूसरी तरफ छह बिंदुओं में यात्रियों के लिए आवश्यक सूचना है। बाक्स- सिकंदराबाद से बुलाए गए अतिरिक्त कर्मचारी आस्था स्पेशल ट्रेन के टिकट से लेकर खानपान की जवाबदारी आइआरसीटीसी को सौंपी गई है। यही वजह है कि आइआरसीटीसी बेहद गंभीर है। इसके लिए मुख्यालय सिकंदराबाद से अतिरिक्त कर्मचारियों को बुलाया गया है। कुछ कर्मचारियों की ड्यूटी ट्रेन में तो कुछ को खानपान की जवाबदारी सौंपी गई है।