भोपाल ।  मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। इसके लिए पूरे प्रदेश में 3868 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस बार करीब 22 लाख विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे। 10 वीं की परीक्षा 5 फरवरी से शुरू होकर 28 फरवरी  तक चलेगी। वहीं, 12 वीं की परीक्षा 6 फरवरी से शुरू होकर 5 मार्च तक चलेगी।  कक्षा 10 वीं की परीक्षा हिंदी के पेपर के साथ शुरू होगी, जबकि परीक्षा के अंतिम दिन एनक्यूएसएफ और एआई पेपर के साथ समाप्त होगी। वहीं, 12 वीं कक्षा की परीक्षा भी हिंदी के पेपर के साथ ही शुरू होगी। जबकि आखिरी दिन छात्र उर्दू और मराठी का पेपर लिखेंगे। एमपी बोर्ड 10 वीं-12वीं की परीक्षाएं सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक चलेंगी।

प्रश्न पत्रों को लाने ले जाने होगी ट्रेकिंग 

प्रदेश में पिछली बार हुए पेपर आउट से सबक लेते हुए बोर्ड ने इस बार कई नए प्रावधान किए हैं। इस बार थानों से परीक्षा केंद्र तक प्रश्न पत्रों को लाने ले जाने के लिए केंद्र वार ट्रेकिंग की जाएगी। इसके लिए कलेक्टर प्रतिनिधि नियुक्त होंगे। जो प्रश्न पत्रों के बंडल को केंद्र तक पहुंचाएंगे। इसमें कलेक्टर प्रतिनिधि पेपर थाने से रिसिव करने पर उसके फोटो को एप पर अपलोड करेगा। इसके बाद केंद्र पर पहुंचने पर उसके फोटो को खींचकर एप पर अपलोड किया जाएगा। यदि उसको अधिक समय लगता है तो उसका भी तथ्यों के साथ कारण देना होगा। 

आंसरशीट में बार कोड रहेगा

बोर्ड की परीक्षा में रोल नंबर और नाम लिखने की प्रक्रिया के चलते मंडल पर कॉपी चेक होने में गड़बड़ी संभव है। इसको लेकर अब आंसरसीट में रोल नंबर की जगह बार कोड रहेंगे। इससे मूल्यांकनकर्ता को यह नहीं पता नहीं चल सकेगा कि आंसरशीट किस छात्र की है।