भोपाल ।  मुख्‍यमंत्री मोहन यादव ने शाजापुर कलेक्‍टर किशोर कन्‍याल को हटाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। 'अधिकारियों को गरीबों के काम और भाव दोनों का सम्मान करना चाहिए' मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शाजापुर में ट्रक ड्राइवरों और प्रशासन के बीच हुई बैठक के दौरान अफसरों द्वारा जिन शब्दों का उपयोग किया गया, उसकी वह निंदा करते हैं। अफसरों की गलती बर्दाश्त नहीं की जाएगी मुख्‍यमंत्री ने कहा कि उनके ध्‍यान में लाया गया कि कल शाजापुर ट्रक ड्राइवर और जिला प्रशासन की बैठक में इस तरह की भाषा बोली गई थी। एक अधिकारी को इस तरह की भाषा बोलना उचित नहीं है। खासकर यह सरकार तो गरीबों की सरकार है।  प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्‍व में हम गरीब उत्‍थान के लिए काम करते हैं। ऐसे में हरेेक अधिकारी को चाहे वह कितना भी बड़ा अधिकारी हो उसे गरीब के काम का भी सम्‍मान करना चाहिये और भाव का भी सम्‍मान करना चा‍हिये।

मनुष्‍यता के नाते हमारी सरकार में यह बर्दाश्‍त नहीं है। ऐसे अधिकारी को मैदान में रहने का अधिकार नहीं है। सीएम ने कहा कि मैं आशा करता हूं जो अधिकारी आएगा वह भाषा और व्‍यवहार का ध्‍यान रखेगा। मेरे मन में इस बात की पीड़ा है और मैं इस तरह की बात को कभी क्षमा नहीं करूंगा। उल्‍लेखनीय है कि वाहनों चालकों की हड़ताल के बीच कल शाजापुर कलेक्‍ट्रेट में हड़ताल के चलते बने हालात से निपटने और वाहन चालकों से चर्चा करने के लिए बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में एक ड्राइवर ने कहा था कि तीन दिन तक हमारी हड़ताल है, इसके बाद हम कुछ भी करेंगे। इस पर कलेक्‍टर किशोर कन्‍याल भड़क गए थे और बोले थे कि फालतू बात मत करना यहां पर। क्‍या करोगे क्‍या औकात है तुम्‍हारी। कोई कानून को अपने हाथ में लेगा। यह बात समझ लीजिये। ड्राइवर बोला कि हमारी यही तो लड़ाई है कि हमारी कोई औकात नहीं है।