झाबुआ ।   माछलिया घाट पर बने नए मार्ग को बुधवार दोपहर से शुरू कर दिया गया। इससे अब वाहन चालक पांच से सात मिनट में मछलिया घाट का सफर तय कर सकते हैं। पिछले तीन वर्ष से अधिक माछलिया घाट पर नए मार्ग के निर्माण की राह क्षेत्रवासी देख रहे थे। निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होने के कारण पुराने मार्ग पर कई खतरनाक मोड़ व मार्ग सकरा होने से दिन में कई बार जाम लग जाता था। जाम को खुलने में कई घंटे लग जाते थे। इससे वाहन चालकों को दिक्कते उठानी पड़ती थी। माछलिया घाट के सात किमी मार्ग का निर्माण तीन वर्ष पूर्व शुरू किया गया था। बीच में कोरोनाकाल आ जाने से मार्ग का निर्माण छह से आठ माह देरी से हो पाया है। पुराने मार्ग की स्थिति यह थी कि सात किमी के मार्ग पर दर्जन से अधिक मोड होने से वाहनों के आवागमन में दिक्कतें उठानी पड़ती थी। इसी के साथ ही मार्ग सकरा होने से बड़े वाहनों के आवागमन में कई बार दिक्कतें आती थी। कई बार तो दोनों और से भारी वाहन आने पर जाम जैसी स्थिति बन जाती थी।

पुरानी पुलिया बनी हुई आफत

झाबुआ की ओर से इंदौर की तरफ जाने पर घाट के पहले खांखरा नाले पर बनी पुरानी व संकरी पुलिया लोगों की आफत बनी थी। इस पुलिए से एक बार में एक ही वाहन निकल पाता था। इससे एक तरफ के वाहन ही निकाले जाते थे। दूसरी तरफ खड़े वाहनों को इंतजार करना पड़ता था। कई बार तो पुलिये पर ही वाहन बिगड़ जाने से उसे वाहन के हटने तक इंदौर-अहमदाबाद मार्ग अवरुद्ध बना रहता था।

सबसे अधिक दिक्कतें छोटे वाहन चालकों को उठानी पड़ती थी। :सात किमी के इस माछलिया घाट में एक तरफ पहाड़ी एक तरफ खाई होने से वाहन चालकों को संभलकर वाहन चालने पड़ते थे। मार्ग में एक दर्जन के करीब छोट़े-बड़े मोड़ पर भी बड़े वाहन आने-जाने के दौरान वाहन चालकों को सावधानी से वाहन निकालना पड़ता था। कई बार तो वर्षा के दौरान मार्ग पर वाहन शीतग्रस्त हो जाने पर एक बार में एक ही वाहन निकल पाता था। इससे जाम जैसी स्थिति लगी रहती थी।

झाबुआ से इंदौर की दूरी दो घंटे की होगी

सामान्य तौर पर इस मार्ग से वाहनों को निकलने में आंधे घंटे के करीब का समय लग जाता था। कई बार जाम लगने पर समय अधिक लगता था। पहले झाबुआ से इंदौर पहुंचने के लिए छोटे वाहन चालकों को ढाई से तीन घंटा लग जाता था लेकिन अब मार्ग शुरू हो जाने से झाबुआ से इंदौर की दूरी दो घंटे के करीब की हो जाएगी। जिससे क्षेत्र के साथ-साथ लंबी दूरी से आवागमन करने वाले वाहन चालकों को भी राहत मिलने लगेगी।

आवागमन बढ़ जाएगा

सांसद गुमानसिंह डामोर का कहना है कि मछलिया घाट बनकर तैयार हो चुका है। इस मार्ग के चालू होने से आवागमन बढ़ जाएगा। पहले लोगों को पुराने मार्ग के कारण दिक्कतें आती थी। हमरा प्रयास था कि जल्द से जल्द लोगों को राहत मिले। लेकिन कोरोना के कारण निर्माण कार्य में देरी हुई थी। उसके बाद से तो सत्तत निर्माण कार्य चलता रहा। अब लोगों को राहत मिलने लगेगी। माछलिया घाट का नया निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। बुधवार दोपहर बाद इस मार्ग को चालू कर दिया जाएगा। इससे वाहन चालकों को राहत मिलने लगेगी। - प्रदीप सिंह, साइट इंचार्ज, निर्माण कंपनी।