रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा निर्वाचन 2023 अंतर्गत भारत निर्वाचन आयोग के सी-विजिल एप (सिटिजन विजिल एप) पर प्राप्त हो रही शिकायतों पर तेजी से कार्रवाई की जा रही है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार सी विजिल के माध्यम से अब तक राज्य में प्राप्त कुल 3891 शिकायतों में से 3218 शिकायतों का निराकरण कर लिया गया है और शेष शिकायतों पर कार्रवाई की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि आम नागरिकों से आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतें सी- विजिल के माध्यम से मिल रही हैं। सी-विजिल पर मिलने वाली शिकायतों के त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में अलग से नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री रीना बाबासाहेब कंगाले स्वयं प्रतिदिन मिलने वाली शिकायतों पर हुई कार्रवाई की निगरानी कर रही हैं।

विधानसभा निर्वाचन-2023 के दौरान राज्य में आदर्श आचार संहिता का पालन सुनिश्चित कराने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों में नागरिकों की सहभागिता बढ़ाने एवं शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्मित सी-विजिल एप्लीकेशन को और भी सशक्त बनाया गया है। अब आम नागरिक आचार संहिता उल्लंघन के मामलों की शिकायत लाइव फोटोग्राफ एवं वीडियो के साथ-साथ ऑडियो क्लिप के माध्यम से भी कर सकेंगे। यदि कोई नागरिक राज्य में आचार संहिता उल्लंघन की कोई घटना देखता है तो सी-विजिल एप्लीकेशन का उपयोग करते हुए घटनास्थल की एक फोटो या 2 मिनट की वीडियो या ऑडियो क्लिपिंग बनाकर एप्लीकेशन के माध्यम से शिकायत कर सकता है। शिकायत गुप्त रूप से भी की जा सकती है या एप्प में पंजीकृत होकर भी की जा सकती है। पंजीकृत उपयोगकर्ता के रूप में शिकायत करने पर उपयोगकर्ता को शिकायत निराकरण के पश्चात उसकी सूचना भी दी जाएगी। यह एप्लीकेशन आम नागरिकों के लिए एंड्राइड/आईओएस दोनो पर उपलब्ध है। सामान्य मामलों में शिकायतों पर कार्यवाही 100 मिनिट के भीतर पूरी कर शिकायतकर्ता को इसकी सूचना दी जाएगी। 

सी-विजिल एप का उपयोग करते हुए नागरिक गैर कानूनी प्रचार-प्रसार क्रियाकलापों का पता लगते ही मिनटों के अंदर तथा रिटर्निंग अधिकारी के कार्यालय जाए बिना तुरंत रिपोर्ट कर सकते हैं। सीविजिल एक आसान ऐप है जो प्रयोक्ता अनुकूल तथा उपयोग करने में आसान है। यह एप्लिकेशन सतर्क नागरिक को जिला नियंत्रण कक्ष, रिटर्निंग अधिकारी तथा फिल्ड सत्यापन इकाई (उड़न दस्ते/स्थैतिक निगरानी दलों) से जोड़ती है जिसके द्वारा एक तेज तथा सटीक रिपोर्टिंग, कार्रवाई एवं अनुवीक्षण तंत्र तैयार होता है।