दौसा । जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे 21 पर कांदोली के समीप 20 अक्टूबर को होने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की जनसभा की तैयारी जोरों पर है। सभा स्थल के समीप ही ईसरदा परियोजना के पाइप रखने को आचार संहिता का उल्लंघन बताकर राजनीति भी शुरू हो चुकी है। करीब 1300 करोड़ रुपए की ईसरदा परियोजना के तहत दौसा जिले को पानी मुहैया होगा। इसके लिए ईसररदा से दौसा जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में पाइपलाइन डाली जा रही है। लेकिन इस परियोजना के पाइप प्रियंका गांधी की सभा स्थल के समीप रखने से आचार संहिता का उल्लंघन बताकर विरोध शुरू हो गया है।
लोगों का कहना है कि पानी के भीषण संकट से जूझ रहे दौसा जिले के लोगों को सैकड़ों की तादाद में परियोजना के पाइप दिखाकर अपरोक्ष रूप से लालच दिया जा रहा है, जो आचार संहिता का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन है। यह मुद्दा सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। सभा स्थल के पास रखें ईसरदा परियोजना के सैकड़ों पाइपों को आचार संहिता की उल्लंघन इसकारण बताया जा रहा है कि इन पाइपों को जनसभा में आने वाले लोगों को दिखाकर कांग्रेस को वोट देने के लिए दुष्प्रेरित किया जाएगा। भाजपा सहित अनेक दलों के लोगों ने इसका विरोध जताया है। प्रियंका गांधी की जनसभा में एक लाख लोगों के एकत्रित होने का दावा किया जा रहा है। कांग्रेस यह जनसभा ईआरसीपी के मुद्दे को लेकर आयोजित कर रही है, जिसे प्रियंका गांधी वाड्रा संबोधित करेंगी। उनके प्रस्तावित दौरे को सफल बनाने के लिए कांग्रेस के बड़े नेता जी जान से लगे हुए हैं। सभा की तैयारी रात दिन हो रही है।
यह जनसभा कैबिनेट मंत्री ममता भूपेश के विधानसभा क्षेत्र सिकराय में की जा रही है। राजस्थान में कांग्रेस के चुनाव कैंपेन का आगाज बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के खेमों में बंटी कांग्रेस की राजनीति में उबाल के चलते यह जनसभा सचिन पायलट के प्रभाव वाले क्षेत्र में हो रही है। जहां उनके समर्थकों द्वारा कैबिनेट मंत्री भूपेश का विरोध भी काफी मुखर तरीके से हो रहा है। इसकारण सियासत का पारा पूरी तरह उबाल पर है। विरोध के स्वरों को दबाने के लिए कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की सूची भी प्रियंका गांधी की जनसभा के बाद ही जारी करने का अंदरुनी फैसला किया है।