भोपाल । प्रदेश के बैतूल जिले में भारी बारिश के कारण बोरदेही थाना क्षेत्र की भैसई नदी में बाढ आई हुई। उफान पर चल रही नदी को पार करने के चक्कर में आटो समेत चार लोग बह गए। पुलिस और प्रशासन की टीम तलाश में जुटी हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, लगातार हो रही बारिश के कारण आमला विकासखंड के छिपन्या- पिपरिया मार्ग पर भैंसई नदी उफान पर है । नदी के पुल पर पानी होने के बाद भी शुक्रवार को शाम करीब 4.30 बजे एक आटो चालक और उसमे सवार तीन लोगों ने पुल को पार करने का प्रयास किया।उसी दौरान पानी के तेज बहाव से आटो पुल के किनारे पर आ गया और देखते ही देखते चारों लोग आटो सहित नदी में बह गए। सूचना मिलने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और नदी में बहने वालों की तलाश शुरू की गई है। बोरदेही थाना प्रभारी सरविन्द धुर्वे के अनुसार नदी में बहने वालों में आटो चालक इमरत पन्द्राम समेत गणेश इरपाचे,रामसिंग विश्वकर्मा के नाम सामने आए हैं। जिले के चिचोली विकासखंड में आने वाले ग्राम चूना हजूरी के शासकीय स्कूल में शुक्रवार को कक्षा 11 वीं और 12 वीं की त्रैमासिक परीक्षा देने के लिए ग्राम गवा झड़प से सात विद्यार्थी पहुंचे थे। शाम 4.30 बजे परीक्षा देने के बाद स्कूल से निकलने के बाद से उनका कहीं पता नहीं चल पा रहा है। जानकारी मिलने के बाद प्रशासन और पुलिस के द्वारा उनका पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। डीपीसी संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि स्कूल के शिक्षक द्वारा सभी बच्चों को नदी नालों में बाढ़ के कारण स्कूल या गांव में ही रिश्तेदारों के घर रुकने के लिए कहा था। ग्राम चूना हजूरी से गवाझड़प गांव की दूरी सात किमी है। रास्ते में पांच नाले और एक नदी भी पड़ती है। गवाझड़प गांव में हायर सेकेंडरी स्कूल नहीं है, इसलिए यहां के विद्यार्थी चूनाहजूरी के स्कूल जाते हैं। शुक्रवार को तेज वर्षा होने पर भी त्रैमासिक परीक्षा देने के लिए सतपाल मंगूलाल उइके, मधु जिराती इवने, छाया गोपाल यादव, सुषमा सुनील यादव, दीपिका बकस इवने, दीपिका मनोहरी मर्सकोले और शिवकुमार धरमसिंग उइके स्कूल गए थे।संभावना है कि सभी बच्चे पास के ग्राम चिखली और ढूमका में ही रिश्तेदारों के घर ठहर गए हैं। नेटवर्क की समस्या है इस कारण बीईओ, बीआरसी और शिक्षकों को रवाना किया गया है। बच्चों के घर ना पहुंचने से स्वजन चिंतित हैं।