भोपाल । प्रदेश के उज्जैन, सागर, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल संभाग में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। अलग-अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के असर से पूरे प्रदेश में अच्छी वर्षा हो रही है। सोमवार को भी वर्षा का सिलसिला जारी रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक वर्तमान में उत्तर-पश्चिमी मप्र एवं उससे लगे उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा, सीधी, जमशेदपुर, दीघा से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। इसके अतिरिक्त उत्तर-पश्चिमी मप्र पर बने चक्रवात से पूर्वी मप्र से होकर दक्षिणी छत्तीसगढ़ तक भी एक द्रोणिका बनी हुई है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि सोमवार को उज्जैन, सागर, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल संभाग में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। प्रदेश के शेष क्षेत्रों में मध्यम स्तर की वर्षा होने के आसार हैं। हालांकि, सोमवार शाम से भोपाल, इंदौर, रीवा संभाग के जिलों में मानसून की गतिविधियों में कमी आने की भी संभावना है। उधर, 12 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में एक अन्य चक्रवात बनने के संकेत मिले हैं। इस वजह से रुक-रुककर वर्षा होने का दौर आगे भी बने रहने की उम्मीद है। वहीं रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक नौगांव में 24, दमोह में 16, मंडला में 16, खजुराहो में 8.4, मलाजखंड में आठ, जबलपुर में 7.2, पचमढ़ी, शिवपुरी एवं उमरिया में पांच, सागर में चार, गुना में तीन, बैतूल में दो, ग्वालियर में 1.2, सिवनी में एक, भोपाल में 0.8 एवं नर्मदापुरम में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई।इस सीजन में एक जून से रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक प्रदेश में कुल 756.3 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा (862.5 मिमी.) की तुलना में 12 प्रतिशत कम है। हालांकि, हाल ही में सिर्फ पांच दिन की वर्षा ने सामान्य वर्षा में सात प्रतिशत तक की भरपाई कर दी है। पांच सितंबर को प्रदेश में सामान्य से 19 प्रतिशत तक कम वर्षा की स्थिति बनी हुई थी।