रूस ने यूक्रेन के खिलाफ हमले किए शुरू....
एक तरफ सऊदी अरब के जेद्दाह में रूस-यूक्रेन युद्ध का शांतिपूर्ण समाधान ढूंढने पर चर्चा चल रही है और दूसरी तरफ दोनों देश एक दूसरे पर लगातार हमला कर रहे हैं। वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले किए जिसमें उसने यूक्रेन के कई ड्रोन को नष्ट कर दिया। रूस का कहना है कि उसने एक हफ्ते में इस तरह के तीसरे हमले में मास्को की ओर जा रहे एक ड्रोन को मार गिराया है।
रूस ने यूक्रेन पर किए 70 ड्रोन हमले
रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने यूक्रेन पर 70 ड्रोन और मिसाइल हमले किए। वहीं यूक्रेन ने क्रीमिया को मुख्य भूमि से जोड़ने वाले दो पुलों को निशाना बनाया। मास्को द्वारा नियुक्त प्रमुख ने कहा कि प्रायद्वीप पर चोन्हार पुल एक मिसाइल हमले से क्षतिग्रस्त हो गया। इस पुल को 2014 में मास्को ने यूक्रेन से छीन लिया था।
ईंधन टैंकर पर हमले के बाद रूस कर रहा पलटवार
दोनों देशों ने एक-दूसरे के सैनिकों, हथियारों और बुनियादी ढांचे पर हमले तेज कर दिए हैं क्योंकि कीव उन रूसी बलों को हटाना चाहता है जो पिछले साल यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से दक्षिणी और पूर्वी यूक्रेन में घुस आए हैं। यूक्रेन के ड्रोन ने शुक्रवार देर रात क्रीमिया के पास काला सागर में एक रूसी ईंधन टैंकर पर हमला किया था। यह यूक्रेनी ड्रोन द्वारा काला सागर में किया गया दूसरा हमला था।
मॉस्को और कीव एक दूसरे पर कर रहे हमले
शनिवार की देर रात मॉस्को और कीव ने एक दूसरे पर हमले किए थे। रूस के हमले में यूक्रेन में एक ब्लड ट्रांसफ्यूजन सेंटर, एक यूनिवर्सिटी और एक एयरोनॉटिक्स फैसिलिटी क्षतिग्रस्त हो गई थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, मॉस्को के अधिकारियों ने यूक्रेन पर डोनेत्स्क क्षेत्र में एक यूनिवर्सिटी को नष्ट करने के लिए क्लस्टर हथियारों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। डोनेत्स्क क्षेत्र अभी रूसी बलों के नियंत्रण में है। वहीं, यूक्रेनी अधिकारियों ने शनिवार की रात पूर्वी कुपियांस्क शहर (खारकीव) में ब्लड ट्रांसफ्यूजन सेंटर पर हमले की जिम्मेदारी रूस पर डाली।
इससे पहले यूक्रेन ने शुक्रवार को ही एक प्रमुख रूसी बंदरगाह पर हमला किया था। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखारोवा ने कहा कि रूस केर्च जलडमरूमध्य में असैन्य पोत पर हुए यूक्रेनी आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता है। उन्होंने टेलीग्राम ऐप पर कहा कि इस प्रकार के बर्बर कृत्यों को किसी भी तरह उचित नहीं ठहराया जा सकता और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को जवाब देना होगा।