दुमका: साइबर फ्रॉड आए दिन नए-नए तरीकों से बैंकों में जमा राशि की निकासी कर बैंक प्रबंधन और ग्राहकों को दहशत में डाल रहे हैं।

साइबर क्राइम का ताजा मामला दुमका के एक व्यवसायी से जुड़ा है। दुमका के यूको बैंक के खाताधारी राजेश मेहारिया के खाता से साइबर अपराधियों ने दो बार में 20 हजार रुपये की निकासी कर ली, जिसका तरीका भी इस बार अलग था।

बिना ओटीपी के गंवाए 10 हजार

राजेश को न तो कोई फोन आया था और नहीं ओटीपी भेजा गया। उनके मोबाइल पर 23 जुलाई को रात के 11 बजे एक संदेश आया और 10 हजार रुपये उनके खाते से निकल गए।

राजेश के मोबाइल पर जो संदेश आया था वह आधार के सत्यापन से जुड़ा था। संदेश में यह लिखा गया था कि उनका आधार का सत्यापन सफलपूर्ण तरीके कर लिया गया है।

दो बार आए मैसेज से ठगी का हुआ आभास

इतना ही नहीं 24 जुलाई की शाम छह बजे भी राजेश के खाते से 10 हजार रुपये की निकासी हुई और फिर वही संदेश उनके पास आया। दो बार लगातार बैंक खाते से निकासी के बाद राजेश को यह बात समझ में आई कि वह साइबर ठगी के शिकार हो गए हैं।

इसके बाद उन्होंने आनन-फानन में नगर थाना जाकर इसकी शिकायत दर्ज करानी चाही, लेकिन जब यहां शिकायत दर्ज नहीं हो सकी तो उन्होंने ऑनलाइन FIR दर्ज कराकर तमाम जानकारी दी। इस घटना की जानकारी उन्होंने यूको बैंक के मैनेजर को भी दी है।

सीएसपी पर जताया शक

राजेश ने इस मामले में बैंक के किसी सीएसपी पर भी उन्होंने शक जताया है और कहा कि उनके खाते से निकासी गई राशि को वापस जमा कराने की त्वरित पहल की जाए।

इधर, यूको बैंक के मैनेजर रजनीश कुमार सिंह ने कहा कि साइबर ठगी का यह नया तरीका है। इस घटना की जानकारी बैंक प्रबंधन के वरीय अधिकारियों को भी दे दी गई है। बैंक प्रबंधन पूरे मामले की जांच भी कर रही है।