भोपाल । प्रदेश में एक बार फिर से मौसम विभाग ने भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। आज प्रदेश के चौदह जिलों में जबर्दस्त बारिश होने का अनुमान है। इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम और भोपाल संभाग में सिस्टम अभी भी सक्रिय बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, मध्‍य प्रदेश में वर्षा के चार सिस्टम सक्रिय बने हुए हैं। हालांकि, इनका असर पूरे प्रदेश में नहीं है। सोमवार को सुबह 8.30 से शाम को 5.30 तक छिंदवाड़ा में 20 एमएम, पचमढ़ी में दो एमएम, रतलाम में एक, सागर में 0.7 एमएम और भोपाल में 0.2 एमएम वर्षा दर्ज की गई है, उज्जैन और मंडला में वर्षा दर्ज की गई है।मानसून द्रोणिका के मध्य प्रदेश में बने रहने और अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला बना हुआ है। मंगलवार के लिए खंडवा, इंदौर सहित 14 जिलों में भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया गया है।इसमें विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम,बैतूल,खंडवा, हरदा, बुरहानपुर,रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर,आगर-मालवा और मंदसौर जिले हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी बताते हैं कि मानसून द्रोणिका वर्तमान में दीसा, रतलाम, बैतूल, ब्रह्मपुरी, कांकेर, कलिंगपट्टनम से होकर बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।मप्र के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। दक्षिणी ओडिशा में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन मौसम प्रणालियों के असर से लगातार आ रही नमी से प्रदेश के विभिन्न शहरों में वर्षा हो रही है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में आंध्रा के पास हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बनने जा रहा है। इसके मंगलवार को कम दबाव के क्षेत्र में बदलने की उम्मीद है। उसके असर से प्रदेश में मानसून की गतिविधियों में और तेजी आने के आसार हैं। प्रदेश के नीमच, रतलाम, इंदौर, बुराहनपुर जिलों में सामान्य से 60 प्रतिशत अधिक वर्षा हो चुकी है। वहीं श्योपुर, भिंड,उज्जैन, आगर-मालवा,राजगढ,शाजापुर, देवास,सीहोर, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, नरसिंगपुर, सिवनी में सामान्य से 20 से 59 प्रतिशत अधिक वर्षा और  मुरैना, ग्वालियर,शिवपुरी, गुना, विदिशा, सागर,भोपाल, रायसेन, नर्मदापुरम, छतरपुर सामान्य वर्षा हो चुकी है। वहीं अशोकनगर, टीकमगढ़, दमोह, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली में समान्य से कम बारिश हुई है।