लखनऊ | उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद के गाजियाबाद में तैनात दो एक्सईएन को लापरवाही बहुत भारी पड़ी। इस लापरवाही की आवास आयुक्त के समक्ष पोल खुली तो उनको बीते सोमवार रात निलंबित कर दिया गया। इस मामले की जांच प्रभारी मुख्य अभियंता को सौंपी गई जिसकी सुनवाई गाजियाबाद सर्किल के अधीक्षण अभियंता के द्वारा होगी और आरोप पत्र जारी किया जाएगा।आवास आयुक्त रणवीर प्रसाद ने पिछले दिनों गाजियाबाद एवं सिद्धार्थ विहार योजना गाजियाबाद का निरीक्षण किया गया। आवास आयुक्त को जानकारी हासिल हुई कि निर्माण खंड-दो के एक्सईएन सुमित कुमार के द्वारा विचाराधीन आठ रिट याचिकाओं की प्रभावी ढंग से पैरवी न किये जाने के कारण परिषद की छवि खराब हुई।

इस लापरवाही के उजागर होने पर सुमित कुमार को निलंबित कर दिया गया। सुमित कुमार को गाजियाबाद के निर्माण खंड दो में संबद्ध किया गया है।आवास आयुक्त ने गाजियाबाद के दूसर एक्सईएन प्रशांत वर्धन को निलंबित किया है। आवास आयुक्त का एक्सईएन पर आरोप कि निर्मित ब्रह्मपुत्र एंक्लेव में मेसर्स गौतम बिल्डर्स एवं मेसर्स आनंद बिल्डटेक के द्वारा घटिया स्तर का निर्माण किया जा रहा था। इस मामले की वहां के निवासियों ने आवास आयुक्त के भ्रमण के दौरान उनसे शिकायत की। वहीं जांच के दौरान यह भी आयुक्त के संज्ञान में आया कि निर्माण कंपनियों के बिलों को पास करने में भी अनियमितता बरती गई। इन्हीं आरोप में गाजियाबाद के निर्माण खंड तीन प्रशांत वर्धन को निलंबित करके गाजियाबाद में ही अटैच कर दिया गया।