उदयपुर । राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल के बर्बर हत्याकांड के बाद जिले की पुलिस सक्रिय हो गई और उसने अब अवैध हथियारों की धरपकड़ का अभियान चलाया है। उदयपुर पुलिस की स्पेशल टीम और प्रताप नगर थाना पुलिस ने शनिवार को संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई करते हुये दो पिस्टल और 36 जिंदा कारतूस बरामद किये हैं। पुलिस अवैध हथियार और कारतूस जब्त कर इनके 3 सप्लायर्स को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को हथियार कहां से सप्लाई होते हैं पुलिस इसकी तह में जाने की कोशिश कर रही है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ में और भी कई खुलासे होने की संभावनायें जताई जा रही है।
अवैध हथियारों के खिलाफ छेड़ी गई इस मुहिम का खुलासा करते हुए एएसपी सिटी चंद्रशील ठाकुर ने बताया कि पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा के निर्देश पर जिलेभर में अवैध हथियारों की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। डीएसटी टीम सहित तमाम थानों की पुलिस को अलर्ट किया गया है। इसी कड़ी में पुलिस की स्पेशल टीम को मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि हथियार और कारतूस बेचने का काम करने वाला मोहम्मद अली निवासी गणेश नगर पहाड़ा के पास एक पिस्टल और कुछ जिंदा कारतूस है। वह उसे बेचने की फिराक में प्रतापनगर थाना इलाके के एक निजी हॉस्पिटल के पास खड़ा है। इस पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने मोहम्मद अली की तलाशी ली तो उसके पास से एक पिस्टल और 10 जिंदा कारतूस बरामद हुए। पुलिस की टीम आरोपी को प्रतापनगर थाने लेकर आ गई। वहां उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि कुछ दिन पहले उसने मसूद अजहर निवासी गरीब नवाज कॉलोनी रूपसागर को 16 जिंदा कारतूस बेचे थे।
मसूद के कहने पर उसने मनोहर सिंह पंवार निवासी हवाला कला को एक पिस्टल और 10 जिंदा कारतूस बेचे। इस पर पुलिस की टीम ने मसूद और मनोहर सिंह को डिटेन करते हुए उनके कब्जे से एक पिस्टल और 26 जिंदा कारतूस बरामद कर लिये। पुलिस की टीम अब आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस की गिरफ्त में आए मोहम्मद अली के खिलाफ लूट और हत्या के मामले दर्ज हैं। पुलिस अब मामले की पूरी पड़ताल में जुटी है।