भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी महासिद्धि विनायक कहलाती है और इसी दिन से गणपति उत्सव की शुरुआत होती है। गणपति की उपासना का महापर्व गणेश चतुर्थी इस बार 31 अगस्त,बुधवार को मनाया जाएगा और इसी दिन से गणेश उत्सव की शुरुआत हो जाती है। हिंदू धर्म में भगवान गणेश को विद्या-बुद्धि के प्रदाता,विघ्न-विनाशक,मंगलकारी,सिद्धिदायक , सुख-समृद्धि और यश-कीर्ति देने वाले देवता माना गया है।पौराणिक ग्रंथों के अनुसार ‘ॐ’और स्वास्तिक को भी साक्षात गणेश जी का स्वरूप माना गया है। तभी तो कोई भी शुभ कार्य की शुरुआत इनसे ही होती है। गणपति की साधना में उनकी विभिन्न प्रकार की प्रतिमाओं का अपना अलग ही महत्व है इनमें से श्वेतार्क गणेशजी की प्रतिमा अत्यंत ही शुभ फल प्रदान करने वाली होती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार श्वेतार्क की जड़ में गणेश जी का वास होता है और यदि इस जड़ को अपने घर या दुकान में विधि-विधान से स्थापित किया जाये तो घर में सुख-समृद्धि का वास हमेशा बना रहता है।