जयपुर । देशभर में अनूठी एवं आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित पशुपालकों के लिए पहली बार तैयार की गई देवनारायण एकीकृत आवासीय योजना में स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने कब्जा सौंपकर आवंटियों को गृह प्रवेश कराया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट में 300 करोड़ रुपये की लागत से कोटा शहर के पशुपालकों को सुव्यवस्थित रुप से बचाने के लिए देवनारायण एकीकृत आवास योजना विकसित करने की घोषणा की गई थी। परियोजना की आधारशिला मुख्यमंत्री द्वारा 17 अगस्त, 2020 को रखी गई। जिसमें नगर विकास न्यास कोटा द्वारा प्रथम चरण में 7&8 आवासों का निर्माण पूर्ण किया जाकर 501 आवासों का आवंटन किया गया है।
स्वायत्त शासन मंत्री ने कहा कि देश ही नहीं विदेशों में भी पशुपालकों के लिए सभी सुविधाओं से सुसजिजत ऐसी कोई योजना देखने को नहीं मिलेगी, जहां एक साथ पशुपालकों को बसा कर उनका शैक्षणिक, आर्थिक और सामाजिक विकास हो सके। उन्होंने कहा कि विभिन्न समस्याओं का सामना करते हुए जिस तरह से पशुपालक अपनी जिंदगी गुजार रहे थे अब उनकी जिंदगी में बड़ा बदलाव आयेगा। उन्होंने कहा कि इस योजना में जिस प्रकार आधुनिक सुविधाओं का समावेश किया गया है उसको देखने देश-दुनिया के शिल्पकार आयेंगे। इसमें पशुपालकों के जीवन स्तर में सुधार के साथ कोटा शहर को पशु दुर्घटना से मुक्त होने में मदद मिलेगी। स्वायत्त शासन मंत्री ने कहा कि भगवान देवनारायण के नाम पर पहली योजना है जो सरकार द्वारा आधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित की गई है। इसमें वर्तमान पीढ़ी के विकास के साथ पशुपालकों के बच्चों के भविष्य के लिए भी प्रावधान किये गये हैं। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी माध्यम स्कूल, चिकित्सालय, दुग्ध मंडी, हाट बाजार, मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट, बायोगैस प्लांट, आवागमन के लिए बसों का संचालन जैसी सुविधाओं से पशुपालकों के जीवन में सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक विकास को पूरा किया जा सकेगा।