बिहार में झुलसा देने वाली गर्मी के बीच मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल रहा है। हवा की दिशा भी अब बदल गई है। रविवार देर शाम उत्तर बिहार के कुछ जिलों में तेज हवा के साथ मध्यम वर्षा हुई, जिससे तापमान में एकाएक गिरावट दर्ज की गई। इस बीच मौसम विज्ञानिकों ने राहत भरी खबर दी है।

मौसम विभाग ने अगले चार दिनों के दौरान उत्तरी जिलों में मेघ गर्जन, बिजली चमकने के साथ वर्षा का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान पछिया हवा भी चलेगी, जिसकी औसत गति 11 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। रविवार और सोमवार को मधेपुरा, मधुबनी, बेगूसराय, सीतामढ़ी, सुपौल, अररिया, किशनगंज समेत कई जिलों में आंधी व वज्रपात के साथ वर्षा हुई है। 

पिछले 24 घंटे के दौरान अधिकतम तापमान में पांच डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। राजधानी पटना की बात करें तो आंशिक रूप से बादल छाए रहने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बांग्लादेश व इसके आसपास एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है। इनके प्रभाव से अगले दो से तीन दिनों तक यही हालात रहेंगे। 

बारिश के बाद फिर बढेगा तापमान

पूर्वानुमानित अवधि में अधिकतम तापमान 39-41 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। न्यूनतम तापमान 22-26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 60 से 70 प्रतिशत तथा दोपहर में 40 से 50 प्रतिशत रहने की संभावना है। हालांकि, इसके बाद पछिया के प्रवाह से तापमान में वृद्धि होगी।

दक्षिणी जिलों में गर्मी से राहत नहीं

इधर, दक्षिणी जिलों में पारा चढ़ा हुआ है। रोहतास, भभुआ और औरंगाबाद सहित अन्य दक्षिणी जिलों में भीषण गर्मी पड़ रही है। मंगलवार को भी इसी तरह के हालात रहने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, दक्षिणी जिलों में अगले दो दिनों के दौरान तापमान दो से तीन डिग्री तक और बढ़ सकता है।

बारिश से लीची को फायदा

रविवार को अचानक हुई इस वर्षा से लीची, सब्जी व मूंग को फायदा हुआ है। इस बीच तेज आंधी के कारण आम को नुकसान हुआ है। राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र के निदेशक डा.विकास कुमार ने बताया कि आने वाले दिनों में वर्षा से लीची को फायदा होगा। गर्मी से लीची के जलने व फटने की शिकायत मिल रही थी। वर्षा होने से किसानों को इससे निजात मिलेगी।