भोपाल । आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी लवजिहाद और दमोह के स्कूल मामले को लेकर बयान सामने आने के बाद प्रदेश के गृहमंत्री  डॉ नरोत्‍तम मिश्रा ने इस पर पलटवार किया। कल पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि मतांतरण का कोई भी कुचक्र मध्‍य प्रदेश में नहीं चलने दिया जाएगा। ओवैसी को कभी साक्षी पर बोलते नहीं सुना। लंबी तकरीर दमोह पर कर रहे हैं। न कभी साक्षी पर चर्चा की, न श्रद्धा पर, लेकिन इस पर जरूर कर रहे हैं। दरअसल, ये उनकी पीड़ा है। उनकी यही मानसिकता जिहादी कहलाती है। जातिगत राजनीति करते हैं। दमोह में पासपोर्ट की जांच के आदेश दिए हैं। कब-कब विदेश गए, इसकी जांच के लिए एसपी, कलेक्टर को तमाम निर्देश दिए हैं। मालूम हो कि दमोह जिले के गंगा जमुना स्‍कूल में छात्राओं के हिजाब पहनने को लेकर उठे विवाद पर लगातार सियासत गरमा रही है। इस विवाद में अब आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी भी कूद पड़े हैं। उन्‍होंने हैदराबाद की एक सभा के दौरान गंगा जमुना स्‍कूल का जिक्र करते हुए कि इस स्कूल ने सिर्फ अपनी बच्चियों के अच्छे नंबर से पास होने का प्रचार किया था। पोस्‍टर में बच्चियों ने स्कार्फ पहना था, जिस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ने कह दिया कि हम अपनी भांजियों और भतीजियों को जबरन हिजाब नहीं पहनने देंगे। उस स्कूल पर कार्रवाई कर दी गई। कलेक्टर दमोह ने ट्वीट कर कहा कि सब गलत खबरें हैं, ऐसा कुछ है ही नहीं। फिर वहां स्याही फेंक दी गई, बोला गया तुमने गलत रिपोर्ट दे दी। ओवैसी ने कहा कि इनको मुसलमान और बच्चियों के हिजाब पहनने दोनों से नफरत है।ओवैसी ने भोपाल के उस मामले का भी जिक्र किया, जिसमें एक युवती ने घरवालों की मर्जी के खिलाफ मुस्‍लिम प्रेमी से विवाह रचा लिया। जबकि उक्‍त प्रकरण में सांसद साध्वी प्रज्ञा के कहने पर उस युवती को द केरला स्टोरी फिल्म भी दिखाई गई थी। ओवैसी ने उक्‍त प्रकरण जिक्र करते हुए सांसद प्रज्ञा ठाकुर पर तंज कसा और कहा कि यह इश्क का मामला है भाई, आप कबाब में हड्डी क्यों बनते हो।