नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की पॉस कालोनियों डिफेंस कॉलोनी में आनंद लोक की कोठी नंबर-29 में 30 अप्रैल की तड़के हुई डकैती के मामले में फरार चल रहे पारदी गैंग के आठ डकैतों के बारे में पता लगा है कि यह मध्यप्रदेश के पहाड़ी और जंगली इलाकों में छिपे हुए हैं। इन्हें पकड़ने के लिए साउथ दिल्ली पुलिस दिल्ली से बेस्ट क्वालिटी के ड्रोन लेकर एमपी पहुंच गई है। जहां ड्रोन में लगे कैमरों से जंगलों में इनकी तलाश की जा रही है। इस मामले में तीन आरोपियों के पकड़े जाने के बाद अब साउथ दिल्ली की एएटीएस और नारकोटिक्स टीम ने राम गोपाल, लखन, राजेश और घनश्याम नाम के चार और आरोपी पकड़े हैं। जांच में पता लगा है कि इन चारों के खिलाफ मध्यप्रदेश, गुजरात और राजस्थान में हत्या, हत्या का प्रयास, लूट और चोरी समेत अन्य अपराधों में 96 मुकदमें दर्ज हैं।
इनके पास से आनंद लोक से लूटी गई जूलरी में से 60 ग्राम जूलरी भी बरामद की गई है। इनसे पूछताछ में पता लगा है कि यह लोग एमपी में नए लड़कों को लूट और डकैती डालने की ट्रेनिंग देते हैं। फिर लूटे गए माल में से 10 से 15 फीसदी कमिशन के तौर पर अपने पास रखते थे। बाकी वारदात करने वाले बदमाशों का होता है। हालांकि, कोठी में डकैती डालने वाले 'पारदी गैंग' के मुख्य आठ बदमाश अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। जो मध्यप्रदेश के पहाड़ी इलाकों में छिपे हुए हैं।
मामले का जब खुलासा हुआ तो करोड़ों रुपये की जूलरी की डकैती के मामले में एमपी का पारदी गैंग ही निकला। बदमाशों ने दिल्ली में डकैती डालने से पहले दिन भी इलाके की रेकी की थी। करीब 20 दिन पहले ये सभी एमपी से दिल्ली आ गए थे। फिर यहां वारदात को अंजाम देने के बाद सभी एमपी भाग गए। पुलिस का कहना है कि इनके एमपी के जंगलों में ही छिपे होने का पता लगा है। इनके नेपाल भाग जाने को लेकर अभी कोई इनपुट नहीं मिला है।