कोटा । राजस्थान के झालावाड़ केआईआईटीयन अचिन अग्रवाल ने कौशांबी के कड़ा घाट को आईटी के रूप में विकसित कर दिया है। अब यहां पर डीजल की नाव नहीं चलेगी। डीजल से चलने वाली नाव का स्थान सौर ऊर्जा से चलने वाली 2
बोट लेंगी। नावों में लगी बैटरी को चार्ज करने के लिए सोलर ऊर्जा फ्लोटिंग स्टेशन भी तैयार किया गया है। अग्रवाल ने अपने एक साथी  अंकित पटेल के साथ यह मॉडल विकसित किया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने आईआईटी कानपुर के साथ ई घाट बनाने का एक समझौता किया था।उसके अनुसार अचिन की कंपनी ने यहां पर 2 बोटों को सौर ऊर्जा से संचालित करने वाला बनाया है। घाट पर सोलार ऊर्जा फ्लोटिंग स्टेशन भी तैयार किया गया है।इसको बनाने में 3 माह का समय लगा।