जयपुर । अलवर के सकिट हाउस में पूर्व विधायक और हिंदूवादी मुद्दों पर बेबाक बोलने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा को भी लगता है कि नुपुर शर्मा की टीवी डिबेट की वजह से ही मामला बिगड़ा है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले नूपुर शर्मा के बयान से माहौल बिगड़ा है न्यायालय ने जो कहा है वो सही है. इसके साथ ही आहूजा ने अपनी आगामी प्लानिंग की भी चर्चा की। उन्होंने 5 जुलाई को धरना प्रर्दशन का ऐलान किया. दावा किया कि जिला मुख्यालय व एसडीएम स्तर पर प्रदेश भर में उदयपुर की घटना के विरोध में प्रदर्शन होगा आहूजा ने आरोपियों की फांसी और इस केस से जुड़े लोगों की जल्द गिरफ्तारी की डिमांड भी रखी है। आहूजा ने कहा कि नूपुर शर्मा के बयान से समाज का माहौल खराब हुआ है. कभी भी किसी भी धर्म और उनके धर्म गुरु के खिलाफ नहीं बोलना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं बयान देता हूं लेकिन किसी भी धर्म गुरु के खिलाफ कभी गलत बयान नहीं दिया। आहूजा ने कहा कि उदयपुर की घटना में आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए. इस मामले में षड्यंत्र करने वाले व रेकी करने वाले, घटना में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान अकेला ऐसा राज्य है जहां 17 बार सांप्रदायिक दंगे हो चुके हैं इसकी जिम्मेदार सरकार है. आज प्रदेश के मुख्यमंत्री कहते हैं कि प्रधानमंत्री को शांति की अपील करनी चाहिए जब हालात प्रदेश के मुख्यमंत्री खराब कर रहे हैं तो शांति की अपील प्रधानमंत्री क्यों करें? प्रधानमंत्री का यह अपना निजी फैसला है। उन्होंने कहा कि उदयपुर की घटना के विरोध में 5 जुलाई को कलेक्ट्रेट जिला मुख्यालय व एसडीएम कार्यालय के बाहर सभी ब्लॉक में धरना दिया जाएगा साथ ही 11 जुलाई को देश भर में सभी जिला मुख्यालय पर जनसंख्या नियंत्रण फाउंडेशन की तरफ से जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की मांग के साथ प्रदर्शन होगा।