बिलासपुर। प्रवर्तन निदेशालय ने राज्य में दो हजसर करोड़ के शराब होताले का जब से पर्दाफाश किया है। प्रदेश की राजनीति में भारी सरगर्मी बढ़ गई है। प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने इसे अब मुद्दा बना लिया है। बीते तीन दिनों से प्रदेश की राजनीति शराब घोटाले को लेकर सरगम होते जा रही है। शुरुआती दौर में भाजपा ने जिला मुख्यालयों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व आबकारी मंत्री कवासी लखमा का पुतला दहन किया था। जिला मुख्यालय में आंदोलन के बाद बुधवार को प्रदेश भर के सभी मंडल मुख्यालय में घोटाले को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया व इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व आबकारी मंत्री कवासी लखमा का पुतला भी भाजपाइयों ने फुंके।

बीते तीन दिनों से प्रदेश की राजनीति शराब घोटाले को लेकर गरमाई हुई हैं प्रदेश भाजपा ने गुरुवार को प्रदेश भर में इस मुद्दे को लेकर एक बार फिर धरना प्रदर्शन के निर्देश जारी किए थे। इसी के तहत आज दोपहर 2:00 बजे से विकास भवन के सामने जिले भर के दिग्गज भाजपा नेताओं के अलावा जिला व मंडल के पदाधिकारियों की मौजूदगी में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। धरना प्रदर्शन के लिए एकमात्र एजेंडा प्रदेश में दो हजार करोड़ के शराब घोटाले को रखा गया है।

भाजपा का आरोप है कि राज्य की सत्ता पर वापसी के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश में शराबबंदी का वादा किया था। शराबबंदी के वायदे के बिना पर सत्ता में वापसी करने वाली कांग्रेस ने बीते साडे चार साल के दौरान शराब को लेकर कोई मिलती ही नहीं बनाई प्रदेश में शराबबंदी करने के बजाए सरकारी दुकानों से शराब की बिक्री करने लगी वह 2000 करोड से भी अधिक के घोटाले को अंजाम दिया गया है। भाजपा नेताओं ने ईडी की रिपोर्ट को सामने रखते हुए इसे प्रदेश के लिए शर्मनाक घटना भी करार दिया है।