कैराना   केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कैराना पहुंच चुके हैं। वे यहां पलायन वाले क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों से बातचीत कर रहे हैं। उनसे पूछ रहे हैं कि अब उन्हें कोई तकलीफ तो नहीं है? गृह मंत्री बनने के बाद शाह का यह पहला कैराना दौरा है।

शाह ने संकरी गलियों में घर-घर पहुंचकर लोगों को पर्चा दिया। उनके साथ अनेक मुस्लिम कार्यकर्ता भी नजर आए। कई कार्यकर्ताओं ने शाह के साथ सेल्फी भी ली। पर चौंकाने वाली बात यह है कि शाह ने प्रचार के दौरान मास्क नहीं पहन रखा था।

शाह बोले- पहले लोग पलायन करते थे, अब लोगों में आत्मविश्वास है

अमित शाह ने कैराना में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में विकास की नई लहर दिखाई दे रही है। गरीब के घर में गैस, बिजली, आयुष्मान भारत योजना का कार्ड, हर व्यक्ति को कोरोना का टीका ये सारी योजनाएं अच्छे से लागू की गई है। यही कैराना है जहां पहले लोग पलायन करते थे। आज लोग कह रहे हैं कि पलायन करने वाले पलायन कर गए। यानी अब उन्हें कोई भय नहीं है। वे आत्मविश्वास में हैं। शाह ने कहा कि एक जाति के लिए काम करने वाली सरकारों की प्रथा बंद करना है।

पलायन का मुद्दा उठाने वाले सांसद की बेटी लड़ रहीं चुनाव

शाह के साथ कैराना में भाजपा उम्मीदवार मृगांका सिंह भी नजर आईं। वे यहां से कैंडिडेट हैं। मृगांका हुकूम सिंह की बेटी हैं। हुकुम सिंह वही सांसद हैं, जिन्होंने सबसे पहले कैराना से हिन्दुओं के पलायन का मुद्दा उठाया था। बाद में यह देश भर की मीडिया की सुर्खियों में रहा। कैराना भाजपा के लिए कितना अहम है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महीने भर पहले योगी आदित्यनाथ भी वहां गए थे।

ये है कैराना पलायन

मई 2016 में कैराना से तत्कालीन सांसद हुकुम सिंह ने कैराना से कुछ हिंदुओं के पलायन का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि मुस्लिम दबंगों के चलते हिन्दू परिवार कैराना से पलायन कर रहे हैं। इसको लेकर भी खूब राजनीति हुई थी।

अमरोहा और बिजनौर में नड्डा की बैठक

जेपी नड्डा शनिवार को अमरोहा पहुंच रहे हैं। नड्डा का हेलिकॉप्टर यहां दिल्ली- लखनऊ हाईवे पर रजबपुर स्थित पूर्व सांसद कंवर सिंह तंवर के फार्म हाउस पर उतरेगा। यहां मुरादाबाद मंडल की 27 में से 21 विधानसभा सीटों के संगठन से जुड़े अहम लोगों को बुलाया गया है। खास बात यह है कि प्रत्याशियों को इस मीटिंग में नहीं बुलाया गया है।

हर विधानसभा से संगठन से जुड़े 5-5 लोगों की ही इस कार्यक्रम में एंट्री होगी। इसके बाद नड्डा बिजनौर जाएंगे और सरसावा में सिरोही पैलेस में 10 विधानसभा सीटों के संगठन से जुड़े लोगों से मिलेंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि जेपी नड्डा का सहारनपुर का दौरा रद्द हो गया है।

पलायन के जख्मों से जाटलैंड को साधेंगे शाह

BJP संगठन से जुड़े प्रदेश स्तर के एक नेता का कहना है कि अमित शाह शनिवार को दोपहर करीब 3 बजे कैराना जाएंगे। वहां पलायन करने वाले परिवारों से मिलेंगे। पहले उनका मेरठ पहुंचने और वहीं रात्रि विश्राम करके पूरे जाटलैंड के चुनाव को साधने का प्रोग्राम था, लेकिन बाद में कार्यक्रम में बदला गया। कैराना में अमित शाह के पहुंचने से जाट बेल्ट में हार्ड हिंदुत्व का मैसेज जाएगा। इससे जाट लैंड में कैराना के पलायन के जख्म फिर से उभरेंगे और इसका फायदा BJP को मिल सकता है। अमित शाह कैराना के बाद शामली भी जाएंगे। इसके बाद शाम को मेरठ में पार्टी के चुनिंदा पदाधिकारियों और नेताओं के साथ मीटिंग भी करेंगे।