भोपाल । गणेश विसर्जन से पहले शहर की उखड़ी सड़कों की मरम्मत कराने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन इतनी जल्‍दी सैकडों किलोमीटर सड़कों की मरम्मत मुश्किल है। ईंट के टुकड़े और मलबे से गड्ढों को भरा जा रहा है। ऐसे में एक तरफ सड़कों की मरम्मत की जाती है, तो दूसरी ओर यह उखड़ने लगती है। इससे सड़क में दुर्घटना की संभावना और बढ़ गई है। हालांकि नगर निगम का यांत्रिक विभाग जल्द सड़कों की मरम्मत के लिए नई तकनीकी का इस्तेमाल कर रहा है। बता दें कि शहर के भेल, कोलार, बैरागढ़ और पुराने भोपाल समेत अन्य क्षेत्रों में करीब चार हजार किलोमीटर की सड़कें हैं। बरसात की वजह से इनमें 1500 किलोमीटर की सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। अब इनमें ईंट के टूकड़े और मलबा भरकर पुराई की जा रही है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि बरसात की वजह से 500 किलोमीटर की सड़कें बदहाल हो गई हैं। जबकि एक हजार किलोमीटर की सड़कें पहले से ही खराब थी। लेकिन इनकी मरम्मत नहीं की गई थी। बागसेवनिया, कटारा हिल्स, अवधपुरी, अयोध्या नगर, आननंद नगर, सोनागिरी, इ्रंद्रपुरी, करोंद, भानुपर, अल्पना टाकीज, जिंसी, जहांगीराबाद, जवाहर चौक, शाहपुरा, चूनाभट्टी और कोलार क्षेत्र की सड़कें सबसे अधिक खराब हैं। हालांकि इनमें एक हजार किलोमीटर की सड़कों में गड्ढे होने का मुख्य कारण बरसात के अलावा पानी, सीवेज और थिंक गैस के लिए पाइप लाइन बिछाने के बाद सड़क का रेस्टोरेशन नहीं किया जाना है। निर्माण और मरम्मत में हर साल 60 करोड़ से अधिक खर्चजानकारी के अनुसार नगर निगम हर साल सड़क के निर्माण और पेंचवर्क समेत अन्य कार्यो में 30 करोड़ रुपये की राशि खर्च करता है। वहीं पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा भी उसकी सड़कों के निर्माण और मरम्मत पर प्रतिवर्ष करीब 25 करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं। वहीं बीडीए और हाउंसगि बोर्ड समेत अन्य एजेंसियों द्वारा भी उनकी सड़कों की मरम्मत पर 10 से 12 करोड़ रुपये खर्च होते हैं। एक महीने में ही उखड़ गया पेंचवर्कमानसून आने से पहले नगर निगम द्वारा दो दर्जन से अधिक सड़कों की मरम्मत कराई गई थी। लेकिन गुणवत्ता कमजोर होने की वजह से सड़क पहली बरसात भी नहीं झेल पाई। एक महीने में ही इसका पेंचवर्क उखड़ गया। भारत टाकीज चौराहा, 1100 क्वार्टर, सैफिया कालेज रोड, अयोध्या बायपास सड़क, जेके रोड, कोलार रोड, बैरागढ़, राजीव नगर, सिंधी कालोनी चौराहा, सात नंबर स्टाप, हबीबगंज रेलवे स्टेशन, अल्पना टाकीज चौराहा, छोला और वीआइपी रोड की मरम्मत बरसात शुरु होने से पहले कराई गई थी। लेकिन अब इन सभी सड़कों में दो से चार फीट के गड्ढे हो गए हैं। इस बारे में  नगर निगम के मुख्य अभियंता यांत्रिक विभाग पीके जैन का कहना है कि बरसात की वजह से अभी सड़कों की मरम्मत करना संभव नहीं है। जैसे ही बरसात खत्म होगी शहर की सभी सड़कों की मरम्मत शुरू की जाएगी। वर्तमान में सड़कों के गड्ढे में मलबा भरकर तत्कालिक उपाय किया जा रहा है।