लखनऊ । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी  ने फेसबुक लाइव के जरिए लोगों के सवालों के जवाब देते हुए कहा, 'भाजपा अक्सर यह सवाल करती है कि कांग्रेस ने अपने 70 साल के राज में आखिर क्या किया। अगर आप देखें तो इन वर्षों में बहुत सी उपलब्धियां हासिल की गईं। एम्स और आईआईटी जैसे संस्थान खड़े किए गए। यहां तक कि पोलियो का टीका बनाने की प्रक्रिया भी कांग्रेस के शासनकाल में ही शुरू हुई थी क्योंकि कांग्रेस की मंशा देश के विकास के लिए ठोस काम करने की थी, दिखावा करने की नहीं।'
उन्होंने भाजपा से सवाल करते हुए कहा, 'आज आप जहां खड़े हैं, वह पिछले 70 साल में किए गए कार्यों से तैयार किया गया मंच है। आखिर आपने अपने सात साल के कार्यकाल में क्या किया? आपने कौन सा संस्थान बनाया? अब जब चुनाव नजदीक हैं तो हम देखते हैं कि हवाई अड्डे का शिलान्यास किया जा रहा है या किसी हाई-वे का उद्घाटन किया जा रहा है। आखिर चुनाव के समय ही क्यों?'
कांग्रेस महासचिव ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा, 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक लेख में महिला शक्ति को नियंत्रित करने की जरूरत पर जोर दिया है। इससे साफ पता चलता है कि योगी, भाजपा और उसके नेताओं के महिलाओं के प्रति कैसे विचार हैं। महिलाओं की शक्ति और उनके गुण देश को बदल सकते हैं। महिला शक्ति को नियंत्रित करने की जरूरत नहीं है और आप इसे काबू में करने वाले कौन होते हैं? कांग्रेस और अन्य पार्टियों के बीच फर्क यह है कि हम यह सोचते हैं कि हम लोगों के प्रति जवाबदेह हैं। हम यह नहीं मानते कि आप हमें जाति या धर्म के आधार पर वोट दें। हम सोचते हैं कि जनता के लिए काम करना हमारा कर्तव्य है। यह कोई एहसान नहीं है।'
प्रियंका ने हस्तिनापुर से कांग्रेस की उम्मीदवार अर्चना गौतम को लेकर की जा रही टिप्पणियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा 'अर्चना ने काफी संघर्ष किया है और जिस तरह से उन पर कीचड़ उछाला जा रहा हूं और मीडिया उनसे उनके कपड़ों और शादी के बारे में सवाल पूछ रहा है, मैं कहना चाहती हूं कि आखिर आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या किसी अन्य व्यक्ति से यह सवाल क्यों नहीं पूछते? आप आखिर क्यों अर्चना को जलील करना चाहते हैं, सिर्फ इसलिए कि वह महिला हैं?'
उन्नाव जिले के बलात्कार कांड की पीड़िता की मां तथा एक ‘आशा बहू' को पार्टी का टिकट दिए जाने से संबंधित सवाल पर प्रियंका ने कहा, 'विपक्ष यह सोच सकता है कि हमारे उम्मीदवार कमजोर हैं लेकिन हमने उन्हें इसलिए टिकट दिया है क्योंकि जिन लोगों ने संघर्ष किया और अपनी जिंदगी में पीड़ा सही, वे अपने जीवन को सशक्त बना सकें।'
प्रियंका ने अपने भाई राहुल गांधी से बचपन में लड़ाई-झगड़े होने से संबंधित सवाल पर कहा कि उनकी दादी इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उनकी शिक्षा-दीक्षा घर में ही हुई। इस दौरान उनकी अपने भाई के साथ झगड़े भी हुए और दोस्ती भी हुई।