अब बेसहारा गोवंश को सड़कों पर खुला छोडऩा भारी पड़ेगा। साथ लगते गांवों या कस्बों से भूना में बेसहारा गोवंश को छोड़ते पाए जाने पर 21 हजार रुपये पंचायती जुर्माना लगाया जाएगा और संबंधित व्यक्ति के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज करवाई जाएगी। जुर्माना राशि गोशाला में भरवाई जाएगी। ये निर्णय भूना नगर पालिका के पार्षदों ने बैठककर लिया है। इसकी पुष्टि नपा भूना की चेयरपर्सन अरपना पसरीजा ने की है।

गौरतलब है कि भूना में पिछले कुछ समय में बेसहारा गोवंश की समस्या काफी बढ़ गई है और आए दिन इनके चलते सड़कों पर हादसे भी हो रहे थे। जिसके बाद पार्षदों की बैठक करके इस निर्णय को लिया गया। साथ ही ऐसे लोगों की वीडियो उपलब्ध करवाने वाले को भी 1100 रुपये का इनाम देने का फैसला लिया गया है। नपा चेयरपर्सन ने बताया कि गोशालाओं व नंदीशाला में इन गौवंश की देखभाल के लिए अनुदान दिया जा रहा है। हर माह 71 हजार रुपये नंदीशाला को व 51 हजार रुपये की राशि गोशाला को देना शुरू की गई है।

भूना में चार टीमें गोवंश को पकडऩे में जुटी, दस दिन में पकड़े 275 बेसहारा गोवंश

लगातार बढ़ती गोवंश की समस्या के बाद भूना नगर पालिका की चार टीमों को भूना शहर से गोवंश पकड़कर नंदीशाला व गोशाला में भेजने की डयूटी सौंपी गई है। ये टीमें अलसुबह और देर रात सडक़ पर विचरते गोवंश को पकडक़र नंदीशाला पहुंचा रहे हैं। नगर पालिका के आंकड़ों के मुताबिक पिछले दस दिन में इन चार टीमों ने कुल 275 बेसहारा गोवंश को पकडक़र नंदीशाला और गोशाला में भेजा है। इसमें 204 नंदी तो 73 बेसहारा गाय शामिल हैं।

टीमें गोवंश पकड़ती तो दूसरे दिन और बेसहारा गोवंश छोड़ जाते हैं

नगर पालिका की टीमों ने पाया कि जितने गोवंश वो रातभर में पकड़ते थे, अगले दिन उतने ही गोवंश फिर से सड़कों पर होते थे। इसकी जब जांच पड़ताल की गई तो खुलासा हुआ कि भूना शहर के साथ लगते कई गांवों या कस्बों से रात के अंधेरे में बेसहारा गोवंश को हांकते हुए भृूना तक छोड़ दिया जाता जिसके चलते भूना में गोवंश की संख्या कम ही नहीं हो रही थी। जिसके बाद टीमों ने इसकी सूचना नपा प्रशासन को दी। जिसके बाद प्रधान अरपना पसरीजा की अगुवाई में पार्षदों ने जुर्माना और एफआइआर का फैसला किया।

भूना शहर में बेसहारा गोवंश छोडऩे की शिकायतें सामने आ रहीं थीं। जिसके बाद निर्णय लिया अगर कोई गोवंश भूना में छोड़ते पाया गया तो पंचायती जुर्माना एवं एफआइआर करवाई जाएगी। उम्मीद है कि इससे बेसहारा पशुओं से मुक्त करने में कामयाबी मिलेगी। अरपना पसरीजा, नपा चेयरपर्सन, भूना ।