तुर्किये । छह फरवरी को आये विनाशकारी भूकंप में करीब 50,000 लोगों की मौत होने के बावजूद राष्ट्रपति रजब तैयप एर्दोआन ने देश में निर्धारत समय से एक महीने पहले 14 मई को संसदीय और राष्ट्रपति चुनाव कराने के फैसले को औपचारिक मंजूरी दे दी। यह देश में पिछले कई दशकों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण चुनाव हो सकता है। एर्दोआन तुर्किये पर 2003 से शासन कर रहे हैं और वह अपने कार्यकाल का विस्तार करना चाहते हैं। हालांकि, आगामी चुनाव उनके के लिए सबसे कड़ी चुनावी चुनौती हो सकती है। इस सप्ताह की शुरूआत में राष्ट्रवादियों, इस्लामवादियों और कट्टरपंथियों सहित विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति चुनाव में एर्दोआन के खिलाफ एक संयुक्त उम्मीदवार उतारने की घोषणा की थी। एर्दोआन ने आधिकारिक गजट में प्रकाशित चुनाव की तारीख की पुष्टि करने वाले फैसले पर हस्ताक्षर करने के बाद कहा ‎कि चुनाव कराने का हमारा फैसला देश के लिए लाभकारी हो सकता है। अब सर्वोच्च चुनावी परिषद (सुप्रीम इलेक्टोरल काउंसिल) चुनाव कार्यक्रम तैयार करेगी।