झारखंड में शनिवार को हजारीबाग शहर के घनी आबादी वाले क्षेत्र में दिनदहाड़े ताबड़तोड़ फायरिंग की घटना घटी। पांडेय गिरोह का एक शूटर हाथ में पिस्टल लहराता और फायरिंग करता हुआ बड़कागांव के बादम निवासी राजेश राम नामक एक युवक को लगभग 200 मीटर तक खदेड़ता गया। इस दौरान उसने आठ फायरिंग की, परंतु यह संयोग ही रहा कि गोली युवक को नहीं लगी और वह बाल-बाल बच गया। इस बीच गोली खत्म होते ही शूटर अपने एक सहयोगी के साथ बाइक पर सवार होकर फरार हो गया। इस घटना को शहर में पांडेय गिरोह की सक्रियता और आतंक से जोड़कर देखा जा रहा है। यह गिरोह रामगढ़, पतरातु, गिद्दी, उरीमारी और बड़कागांव में सक्रिय है।

घटना के बाद फैली दहशत

बहरहाल, इस घटना के बाद हजारीबाग में दहशत का माहौल है। इधर, पुलिस ने राजेश को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ जारी है। पुलिस के अनुसार राजेश ने स्वयं बताया है कि पांडेय गिरोह का शूटर उसे मारना चाहता है। फिलहाल, इसे पूरे प्रकरण में हजारीबाग के एसपी मनोज रतन चौथे के अनुसार प्रथम दृष्ट्या यह अपराधियों के बीच आपसी विवाद का मामला प्रतीत होता है। शूटर राजेश की हत्या क्यों करना चाहता था, अनुसंधान जारी है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना दिन के लगभग तीन बजे की है। मिशन अस्पताल से लेकर करीब 200 मीटर दूर विनोद स्टील रोड तक राजेश शूटर की गोली से स्वयं को बचाने के क्रम में छिपता और भागता रहा।

क्या है पूरी कहानी

घटना की शुरुआत शहर के इमली कोठी चौक के समीप मेडिकल दुकान से हुई। राजेश तब दवा खरीद रहा था कि उसे लक्ष्य कर गोली चलाई गई। हालांकि, गोली मिस कर गई। इसके बाद राजेश भागने लगा और इसी क्रम में वह बचाओ-बचाओ चिल्लाता रहा और शूटर उस पर फायरिंग करता रहा। इस बीच राजेश सीमेंट की दुकान में जा छिपा। इधर, दुकानदार जबतक कुछ समझ पाता अपराधी दुकान में प्रवेश कर गया और सामने आए दुकानदार पर भी गोली चला दी, हालांकि, वह भी संयोग से बच गया। इसके बाद गोली खत्म हो जाने का अहसास होते ही वह पैदल ही भाग निकला। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अगर गोली खत्म नहीं होती तो राजेश के चक्कर में दुकानदार मारा जाता।

राजेश का रहा है आपराधिक रिकॉर्ड

राजेश का आपराधिक रिकार्ड रहा है और पूर्व में वह आर्म्स एक्ट में जेल जा चुका है। उसे अपराधी क्यों मारना चाहते हैं, यह जानने का प्रयास पुलिस कर रही है। पुलिस पांडेय गिरोह के बीच आपसी विवाद के एंगल से मामले की जांच कर रही है। इस घटना ने 2016 में श्रीवास्तव गिरोह के लखन साव पर सरदार चौक पर दिन दहाड़े फायरिंग की घटना की याद ताजा कर दी है।

शूटर पर पत्थर से हमला

फायरिंग की घटना के बाद लोगों की भीड़ जमा हो गई और इस दौरान लोगों ने भागते शूटर को पत्थर से मारकर पकड़ना चाहा, परंतु सफलता नहीं मिली। वह भाग निकला। घटना से कुछ दूर शूटर का सहयोगी बाइक लेकर खड़ा था। वह उस पर सवार होकर भागने में सफल रहा। इससे पहले राजेश जिस दुकान में छिपकर जान बचाने का प्रयास किया, दुकानदार ने उसे अपराधी समझकर लाठी से जमकर पिटाई कर दी। बाद में पुलिस के हवाले कर दिया।