प्रिंस खान व अमन सिंह जैसे अपराधियों ने धनबाद पुलिस व व्यवसायियों की नाक में दम कर रखा है। किसी की भी सुपारी लेना, कहीं भी गोली चलवा देना और किसी भी व्यवसायी से रंगदारी की मांग करना इनके लिए आम है। धनबाद पुलिस भी प्रिंस व अमन की गैंग के पीछे हाथ धोकर पड़ी है। पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन फिर भी इस गैंग के कई खतरनाक अपराधी पुलिस की साइट पर हार्डकोर अपराधियों की लिस्ट में शामिल नहीं है। हालांकि, इस लिस्ट में कई डकैत, खूनी व पुराने अपराधी हैं, लेकिन प्रिंस खान, अमन सिंह, प्रिंस के भाई गोपी खान, अमन का खास आशीष रंजन, वैभव यादव सहित इनके गैंग से जुड़े कई लोगों के नाम पुलिस ने लिस्ट में अब तक नहीं चढ़ाए हैं।

कहां हैं अमन व प्रिंस

धनबाद में दो अलग-अलग संगठित गिरोह चलाने वाले अमन सिंह और प्रिंस खान हर तरह से पैसे उगाही करने में लगे हैं। कोयला व्यापारी से लेकर आम लोगों और यहां तक की डॉक्टरों को भी यह लोग नहीं छोड़ते है। पुलिस ने फिलहाल अमन सिंह और उसकी गैंग की कमर तोड़ दी है, लेकिन प्रिंस खान व गोपी खान को पुलिस अभी तक नहीं पकड़ पाई है। प्रिंस खान अभी भी दूसरे देश में बैठकर धनबाद में गैंग ऑपरेट कर रहा है। पुलिस ने हाल-फिलहाल में प्रिंस खान की गैंग के कई लोगों को जेल भेजा है, लेकिन फिर भी प्रिंस खान की नाम की धमकी व्यवसायियों की कान में गुंज रही है। गौरतलब हो कि धनबाद जिला प्रशासन व पुलिस ने धनबाद मंडल कारा में छापेमारी कर अमन व प्रिंस गैंग के गुर्गों को चेतावनी दी थी कि वे लोग जेल में बैठकर अपराध करने की कोशिश नहीं करें।

झारखंड पुलिस की नजर में दस हार्डकोर अपराधी

झारखंड पुलिस की साइट की लिस्ट में 90 हार्डकोर अपराधी हैं। हालांकि, उसमें प्रिंस व अमन गैंग के अपराधियों का नाम शामिल नहीं है। लिस्ट में लखन सिंह, देव कुमार बिरुली, सिकंदर जामुदा, मो. अफरोज, अनवर अली, सूरज सिंह, अरुण कुमार सिंह, दानियाल पाल, विजय बिरुली और मंजीत सिंह बारी का नाम शामिल है।