भारतीय रेल देश की अर्थव्यस्था में सबसे अधिक रोजगार देने वाले नियोक्ताओं में से एक है। यह विश्व के चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है, जिसके देश भर में 7,300 से अधिक छोटे-बड़े स्टेशन हैं। इन स्टेशनों की देख-रेख और ट्रेनों की आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए रेलवे द्वारा स्टेशन मास्टर की तैनाती की जाती है। भारतीय रेलवे में सरकारी नौकरी की इच्छा रखने वाले लगभग हर उम्मीदवारों की इच्छा स्टेशन मास्टर की होती है। आइए हम आपको बताते हैं कि कैसे रेलवे में स्टेशन मास्टर की भर्ती होती है, इसके लिए क्या योग्यता होनी चाहिए और चयन प्रक्रिया क्या है?

रेलवे में स्टेशन मास्टर बनने के लिए योग्यता

भारतीय रेल में स्टेशन मास्टर की सीधी भर्ती नहीं होती है। रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा असिस्टेंट स्टेशन मास्टर के पदों पर सीधी भर्ती की प्रक्रिया का आयोजन समय-समय पर किया जाता है। असिस्टेंट स्टेशन मास्टर का पद रेलवे में समूह ‘ग’ पदों के अंतर्गत आता है। भारतीय रेलवे में सहायक स्टेशन मास्टर भर्ती के लिए उम्मीदवारों किस मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक होना चाहिए। साथ ही, उम्मीदवारों की आयु निर्धारित कट-ऑफ डेट पर 18 वर्ष से कम और 32 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। हालांकि, आरक्षित वर्गों (एससी, एसटी, ओबीसी, आदि) के उम्मीदवारों के अधिकतम आयु सीमा में केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार छूट दी जाएगी।

रेलवे में स्टेशन मास्टर बनने के लिए चयन प्रक्रिया

रेलवे में असिस्टेंट स्टेशन मास्टर के चयन के लिए निर्धारित चयन प्रक्रिया के अंतर्गत लिखित परीक्षा और डॉक्यूमेंट्स वेरीफिकेशन शामिल हैं। पहले चरण में रेलवे द्वारा कंप्यूटर बेस्ट टेस्ट (सीबीटी) का आयोजन किया जाएगा। सीबीटी में गणित, सामान्य ज्ञान, सामान्य बुद्दिमत्ता और सामान्य अंग्रेजी से सम्बन्धित पूछ जाते हैं। इसमें प्रदर्शन के आधार पर उम्मीदवारों को अगले चरण में मुख्य परीक्षा के लिए आमंत्रित किया जाता है। मुख्य परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर उम्मीदवारों को डॉक्यूमेंट्स वेरीफिकेशन और चिकित्सकीय परीक्षण के लिए आमंत्रित किया जाता है। सभी चरणों के पूरा होने के बाद चयनित उम्मीदवारों को प्रशिक्षण के लिए भेजा जाता है और इसके बाद सहायक स्टेशन मास्टर के तौर पर तैनाती दी जाती है। निर्धारित नियमों और अवधि के बाद स्टेशन मास्टर के पद पर प्रोन्नत किया जाता है।

रेलवे में स्टेशन मास्टर वेतनमान

सहायक स्टेशन मास्टर के पद पर नियुक्ति के बाद पे-मैट्रिक्स लेवल-6 के अनुसार मासिक वेतन दिया जाता है, जो कि आरंभ में 5.2 लाख रुपये सालाना (43 हजार हर महीने) तक होता है। इसके अतिरिक्त कई भत्ते और सुविधाएं स्टेशन मास्टर को दी जाती है, जिसमें नाइट ड्यूटी, ओवर-टाइम, टीए, आवास, आदि शामिल हैं।